पिछले दिनों पाकिस्तान का रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम बांग्लादेश के हाथों पाकिस्तान क्रिकेट टीम की एक और हार का गवाह बना.
दूसरे टेस्ट में बांग्लादेश ने पाकिस्तान को छह विकेट से हराया और इस जीत के साथ ही बांग्लादेश ने दो टेस्ट मैचों की यह सिरीज़ 2-0 से जीत ली.
बांग्लादेश ने पहले टेस्ट में भी मेज़बान पाकिस्तान को मात दी थी.
यह पहला मौक़ा है, जब बांग्लादेश ने टेस्ट सिरीज़ में पाकिस्तान को हराया है.
सिरीज़ में हार के कारण पाकिस्तान को आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में भी नुक़सान उठाना पड़ा और टीम आठवें नंबर पर आ गई है.
बांग्लादेश से मिली हार पर पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने अफ़सोस जताया है और बेहतर तैयारी की बात कही है.
शान मसूद ने माफ़ी मांगते हुए कहा, “पाकिस्तान क्रिकेट टीम को फ़िटनेस पर और मानसिक तौर पर मज़बूत होने के लिए काम करना होगा. हम रेड बॉल क्रिकेट (यानी टेस्ट क्रिकेट) के लिए तैयार नहीं थे. हम इस फ़ॉर्मेट में 10 महीने का अंतराल नहीं कर सकते. हमें टेस्ट क्रिकेट पर मेहनत करनी होगी. उन गेंदबाज़ों को मौक़ा देना होगा, जो लगातार रेड बॉल क्रिकेट खेल रहे हैं.”
मसूद माफ़ी मांग रहे हैं. लेकिन पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी, जानकार और प्रशंसक अपनी टीम के प्रदर्शन से ख़ुश नहीं हैं.
‘शान मसूद को जवाब देना होगा’
पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के पूर्व चैयरमैन रमीज़ राजा ने इस हार को पाकिस्तान क्रिकेट के लिए काला दिन बताया है और कप्तान शान मसूद से लेकर टीम के बाक़ी खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर सवाल उठाया है.
रमीज़ राजा कहते हैं, “आख़िर पाकिस्तान को हुआ क्या है? जवाब शान मसूद को देना है क्योंकि कप्तान लीड करते हैं और कई जगहों पर शान मसूद से भूल-चूक हुई है. यंग कप्तान हैं, यंग बॉलिंग अटैक है लेकिन ये बॉलिंग अटैक को उन्होंने चुना है. शान मसूद को अपने प्रदर्शन के बारे में जवाब देना है.”
वो कहते हैं, “मैं हमेशा मानता हूँ कि कप्तान अगर रन बना रहा है, तो चलिए आधी कहानी तो निपट जाती है. लेकिन आप रन भी नहीं बना रहे हैं और आप सिरीज़ हार जाएँ, वो भी बांग्लादेश से तो हेडलाइन्स बनती हैं. बाबर आज़म आउट ऑफ़ फ़ॉर्म हैं, सऊद शकील को तेज़ गेंदबाज़ी के साथ समस्या है. रिज़वान फ़ाइट करते हैं लेकिन कब तक फ़ाइट करेंगे.”
पाकिस्तान के पूर्व खिलाड़ी कामरान अकमल का कहना है कि व्यक्तिगत एजेंडे के कारण पाकिस्तान टीम का इतना बुरा हाल हुआ है.
अकमल कहते हैं, “पाकिस्तान की टीम में असल लड़ाई है कि मैं कप्तान बन जाऊँ, मैं सब कुछ होल्ड कर लूँ, मेरी मर्ज़ी से क्रिकेट चले. वो टीमें जीतती हैं जो मैच विनिंग परफॉर्मेंस दिखाती हैं. यहाँ पर चल ये रहा है कि मैं इतना कर लूँ कि अगले मैच में मेरी जगह पक्की हो जाए.”
बीते कुछ समय में पाकिस्तानी टीम का प्रदर्शन
टेस्ट क्रिकेट में पाकिस्तान टीम अपने घरेलू मैदान पर आख़िरी 10 मैचों में से एक में भी नहीं जीती है.
10 में से चार मैच ड्रॉ रहे और छह में हार का सामना करना पड़ा. आख़िरी बार पाकिस्तान ने घरेलू मैदान पर 2021 में दक्षिण अफ़्रीका के ख़िलाफ़ जीत दर्ज की थी.
2022 में पाकिस्तान को इंगलैंड के हाथों 3-0 से हार का सामना करना पड़ा.
2023 के वनडे वर्ल्ड कप में पाकिस्तान अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था.
वहीं जून, 2024 में हुए टी20 वर्ल्ड कप में अमेरिका की टीम से हारने के बाद पाकिस्तान को बहुत किरकिरी झेलनी पड़ी थी.
पाकिस्तान का आख़िरी अच्छा प्रदर्शन नवंबर 2022 में था, जब टीम टी20 वर्ल्ड कप के फ़ाइनल में पहुँची थी. इसके अलावा पिछले सात सालों में पाकिस्तान ने आईसीसी का कोई ख़िताब नहीं जीता है.
क्या टीम में आंतरिक गुटबाज़ी है?
बीबीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के लगातार गिरते प्रदर्शन और बढ़ती मुश्किलों को लेकर पाकिस्तान में जियो टीवी के स्पोर्ट्स एडिटर फै़ज़ान लखानी से बात की.
फै़ज़ान कहते हैं, ”हमें अंदाज़ा था कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम फ़िलहाल संघर्ष कर रही है. पर हमने कभी नहीं सोचा था कि घरेलू मैदान पर हम बांग्लादेश जैसी टीम से हार जाएंगे. टेस्ट क्रिकेट में बांग्लादेश को कमज़ोर टीम माना जाता गया है. ये नतीजा चौंकाने वाला था.”
वो आगे कहते हैं, ”स्किल सेट की कोई कमी नहीं है, पर खिलाड़ी पूरे मन से नहीं खेले. इसका असर पाकिस्तान के क्रिकेट प्रेमियों पर होगा, उनका अब इस खेल से दिल उठ जाएगा.”
क्या टीम में कोई आंतरिक कलह है? इस सवाल पर फैज़ान कहते हैं, ” हाँ, टीम में एकजुटता की कमी तो है. ये यूएसए में वर्ल्ड कप के दौरान भी देखा जा सकता था. अब सब अपने-अपने लिए खेल रहे हैं. अब आपस में टीम में वो बात नहीं है, जो किसी टीम को जीत दिलाती है. पर मैं इसके लिए किसी खिलाड़ी को दोष नहीं दूँगा, इसके लिए मैनेजमेंट ज़िम्मेदार है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ज़िम्मेदार है.”
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड पर उठते सवाल
2022 में रमीज़ राजा को पीसीबी के चेयरमैन के पद से हटा दिया गया था. उसके बाद से अभी तक तीन चेयरमैन आ चुके हैं.
मैनेजमेंट की दिक़्क़तों पर फ़ैज़ान कहते हैं, ”जब रमीज़ राजा चेयरमैन थे, उनका फ़ोकस केवल एक खिलाड़ी पर था – बाबर आज़म. इसमें बाबर का कोई कसूर नहीं है लेकिन इसके कारण बाक़ी खिलाड़ी ख़ुद को दरकिनार महसूस करते थे. इससे टीम के हौसले में कमी आती है. आपस में टकराव पैदा होता है.”
”बदलते मैनेजमेंट के साथ ही कोच भी बदलते गए. 2022 से अब तक पाकिस्तानी टीम ने कुल सात कोच देख लिए.”
फ़ैज़ान कहते हैं, ”बदलते मैनेजमेंट, बदलते कोच, ये सब फ़ैक्टर्स खिलाड़ियों के लिए एक अस्थिर माहौल बनाते हैं. फिर उसे टीम की जीत से ज़्यादा अपने स्कोर, अपने सेलेक्शन की चिंता होती है. जो स्वाभाविक भी है.”
जून 2024 के टी 20 वर्ल्ड कप में जब अमेरिका की टीम से हारकर पाकिस्तान ग्रुप स्टेज से ही बाहर हो गया, तब पीसीबी चेयरमैन मोहसिन नक़वी ने कहा था कि टीम में ‘सर्जरी’ की ज़रूरत है.
हाल ही में जब बांग्लादेश के ख़िलाफ़ पहले टेस्ट मैच में पाकिस्तान को 10 विकेट से हार मिली थी, तब नक़वी ने खिलाड़ियों पर ही सवाल उठा दिए थे.
उन्होंने कहा था, ”दिक़्क़त ये है कि सेलेक्शन कमेटी के पास चुनाव के लिए ‘पूल ऑफ़ प्लेयर्स’ नहीं है.”
कप्तानी पर ज़ोर-आज़माइश
नवंबर 2023 में एक दिवसीय वर्ल्ड कप में पाकिस्तान जब बाहर हो गया, तब बाबर आज़म ने कप्तानी से इस्तीफ़ा दे दिया था.
इसके बाद व्हाइट बॉल क्रिकेट की कमान शाहीन शाह अफ़रीदी को और रेड बॉल की कप्तानी शान मसूद को सौंप दी गई.
फिर फरवरी में मोहसिन नक़वी पीसीबी हेड बने और मार्च में ही उन्होंने शाहीन को हटाकर बाबर को टी-20 टीम की कप्तानी दे दी.
शाहीन अफ़रीदी ने इसके बाद कई प्लेटफ़ार्म्स पर अपनी नाराज़गी भी रखी थी.
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी वायरल हुआ जिसमें शाहीन और बाबर के बीच की नाराज़गी देखी जा सकती थी.
वीडियो में बाबर शाहीन की तरफ आते हैं, पर शाहीन गुस्से में उन्हें हाथ से दूसरी तरफ़ कर आगे बढ़ जाते हैं.
हाल ही में जब बांग्लादेश के ख़िलाफ़ दूसरे टेस्ट मैच में शाहीन को ड्रॉप कर दिया गया, तब पीसीबी ने बताया कि शाहीन के कुछ निजी कारण हैं.
पाकिस्तान के हेड कोच जेसन गिलेस्पी ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ” हम चाहते हैं कि शाहीन अफ़रीदी अपनी बेस्ट फ़ॉर्म में रहें, फ़िट रहें. वो बेहतरीन खिलाड़ी हैं. आगे हमें काफ़ी मैच खेलने हैं, हम चाहते हैं कि वो पाकिस्तान के लिए ज़्यादा से ज़्यादा मैच खेलें.”
‘पाकिस्तान क्रिकेट बीसीसीआई से सीखे’
कप्तानी के सवाल पर फ़ैज़ान कहते हैं, ”वो सभी खिलाड़ी जो इस रेस में उलझ गए हैं, उन सभी को किनारे रखकर किसी नए चेहरे को ये ज़िम्मेदारी दी जानी चाहिए.”
फैज़ान मानते हैं कि ऐसा बहुत कुछ है जो अभी पाकिस्तान भारतीय क्रिकेट से सीख सकता है.
वो कहते हैं, ”भारत की टीम हर स्थिति में एकजुटता से खेलती है. इस विश्व कप में भारत की टीम ने कई फँसे हुए मैच जीते. रोहित और हार्दिक के बीच सब ठीक नहीं है, ऐसी बातें भी तो मीडिया में चल रही थी. पर ऐसा कुछ भी मैदान पर कभी नज़र नहीं आया. उनमें कोई तकरार, कोई मतभेद खेल के दौरान नज़र नहीं आया. बीसीसीआई ने भी ये सब बहुत अच्छे से हैंडल किया. पाकिस्तान क्रिकेट को सीखने की ज़रूरत है.”