कार्तिक आर्यन की फ़िल्म ‘चंदू चैम्पियन’ याद है आपको. इसमें कार्तिक आर्यन ने एक पैरा-एथलीट का किरदार निभाया है, जो भारतीय पैरा-एथलीट मुरलीकांत पेटकर पर आधारित है.
फ़िल्म में कार्तिक आर्यन का किरदार बार-बार यह कहता सुनाई और दिखाई देता है, ‘ए चैंपियन है मैं.’
पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारतीय पैरा एथलीट्स का प्रदर्शन भी यही बात दोहराता दिख रहा है.
ताज़ा मामला भारतीय एथलीट सुमित अंतिल से जुड़ा है. उन्होंने सोमवार को जैवलिन थ्रो एफ़-64 कैटेगरी में 70.59 मीटर जैवलिन फेंका और गोल्ड मेडल जीता.
सुमित अंतिल ने पैरालंपिक में जैवलिन थ्रो का नया रिकॉर्ड भी बनाया. इस जीत पर सुमित ने कहा, “मैं वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन पैरालंपिक रिकॉर्ड बनाकर भी ख़ुश हूं.”
सुमित की जीत ख़ास क्यों?
सुमित अंतिल ने टोक्यो पैरालंपिक में 68.55 मीटर जैवलिन फेंक कर गोल्ड मेडल जीता था.
सुमित पहले पुरुष भारतीय पैरा-एथलीट हैं, जो अपना टाइटल बचाने में कामयाब हुए हैं.
भारतीय एथलीट सुमित अंतिल के नाम वर्ल्ड रिकॉर्ड भी दर्ज है. उन्होंने साल 2023 में पहली बार वर्ल्ड चैंपियनशिप में 70.83 मीटर जैवलिन थ्रो करके गोल्ड मेडल जीता था. ये एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है.
पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारत अब तक 3 गोल्ड, 5 सिल्वर, 7 ब्रॉन्ज़ जीत चुका है. फ़िलहाल पदक तालिका में भारत का स्थान 15वां है और भारत 15 मेडल जीत चुका है.
अब तक कौन से भारतीय एथलीट जीत चुके?
पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारतीय एथलीट अवनि लेखरा ने 10 मीटर एयर राइफ़ल स्टैंडिंग इवेंट में गोल्ड मेडल जीता है.
उनके अलावा सुमित अंतिल ने जैवलिन थ्रो में और नीतीश कुमार ने बैडमिंटन मेन्स सिंगल्स में गोल्ड मेडल जीता है.
मनीष नरवाल ने मेन्स शूटिंग में, निषाद कुमार ने मेन्स हाईजंप में, योगेश कथुनिया ने डिस्क थ्रो में, तुलसीमति मुरुगेसन ने बैडमिंटन वुमंस सिंगल्स में, सुहास यतिराज ने बैडमिंटन मेन्स सिंगल्स में सिल्वर मेडल जीता है.
वहीं, नित्या श्री सिवान और मनीषा रामदास ने बैडमिंटन वुमंस सिंगल्स में, राकेश कुमार-शीतला देवी ने तीरंदाज़ी में, प्रीति पाल ने 200 मीटर और 100 मीटर वुमंस एथलेटिक्स में, रुबीना फ्रांसिस और मोना अग्रवाल ने शूटिंग में ब्रॉन्ज़ मेडल जीता है.
पैरालंपिक 2024 के लिए क्या है भारत की तैयारी
पैरालंपिक गेम्स 2024 में 4 हज़ार से ज़्यादा खिलाड़ी शामिल हो रहे हैं. ये खिलाड़ी 22 अलग-अलग स्पर्धाओं में भाग लेंगे.
इनमें ब्लाइंड फ़ुटबॉल, पैरा तीरंदाज़ी, पैरा एथलेटिक्स, पैरा साइक्लिंग, पैरा पावरलिफ्टिंग, पैरा तैराकी शामिल है.
भारत ने पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में 84 पैरा-एथलीट भेजे हैं. टोक्यो पैरालंपिक गेम्स 2020 में 54 भारतीय एथलीट भेजे गए थे. इन खेलों का आयोजन साल 2021 में हुआ था.
टोक्यो पैरालंपिक 2020 में भारत ने 5 गोल्ड, 8 सिल्वर और 6 ब्रॉन्ज़ मेडल जीते थे. कुल 19 पदकों के साथ यह भारत का पैरालंपिक गेम्स में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन है.
पैरा एथलीट मुरलीकांत पेटकर ने पैरालंपिक गेम्स में साल 1972 में भारत को पहला मेडल जिताया था. उन्होंने हाईडेलबर्ग गेम्स में 50 मीटर फ्रीस्टाइल स्विमिंग में गोल्ड मेडल जीता था.
पेरिस पैरालंपिक गेम्स 2024 में भारतीय एथलीट तीन नए खेलों पैरा साइक्लिंग, पैरा रोइंग और ब्लाइंड जूडो में भी हिस्सा लेंगे. इससे भारत 12 अलग-अलग खेलों में शामिल होगा.
पैरालंपिक गेम्स 2024 में कुल 549 गोल्ड मेडल के लिए मुक़ाबला होगा. 28 अगस्त 2024 से पेरिस में शुरू हुए इन खेलों का समापन 8 सितंबर को होगा.
पैरालंपिक के लिए कितना बजट?
पीआईबी की दिसंबर 2021 की प्रेस रिलीज़ के मुताबिक, 2017-18 से लेकर 2021-22 के दौरान पैरालंपिक कमेटी ऑफ़ इंडिया के लिए 32 करोड़ रुपए से ज़्यादा अलॉट किए गए थे.
इसके अलावा खिलाड़ियों पर टारगेट ओलंपिक पोडियम स्कीम के तहत 10.50 करोड़ रुपए अतिरिक्त ख़र्च किए गए.
वहीं ओलंपिक की बात करें तो मिनिस्ट्री ऑफ़ यूथ अफे़यर्स एंड स्पोर्ट्स की एक प्रेस रिलीज़ के मुताबिक़, भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में 16 खेलों में हिस्सा लेने के लिए 117 खिलाड़ी भेजे थे.
इनमें शामिल 70 पुरुष और 47 महिला खिलाड़ियों ने 69 इवेंट्स में हिस्सा लिया था. भारत सरकार की ओर से 470 करोड़ रुपए की फ़ंडिंग की गई थी.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित