बदरुद्दीन अजमल ने कहा, ‘अगर उन लोगों की वजह से पूरे मुस्लिम सुमदाय को जिहादी कहा जाएगा तो यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना चाहिए। सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए।’
बदरुद्दीन अजमल ने कहा, ‘अगर उन लोगों की वजह से पूरे मुस्लिम सुमदाय को जिहादी कहा जाएगा तो यह जिहाद नहीं है, यह आतंकवाद है। सरकार को उन्हें रोकना चाहिए। सीमाओं की रक्षा करनी चाहिए।’