मौलाना आज़ाद जो आख़िर तक भारत विभाजन रोकने की कोशिश करते रहे – विवेचना
जब वो बच्चे थे तो वो एक ऊंचे मंच पर खड़े होकर भाषण देते थे और अपनी बहनों से कहते थे कि वो उन्हें घेरकर उनके भाषण पर ताली बजाएं. फिर वो मंच से उतरकर नेताओं की तरह धीरे-धीरे चलते थे.
आज़ाद का पूरा नाम था- अबुल कलाम मोहिउद्दीन अहमद.
आज़ाद बहुत बड़े राष्ट्रवादी थे. महात्मा गाँधी से उनकी पहली मुलाक़ात 18 जनवरी, 1920 को हुई थी. आज़ादी की लड़ाई में उनकी भूमिका की शुरुआत ख़िलाफ़त आंदोलन से हुई थी.
रिपोर्ट: रेहान फ़ज़ल
वीडियो: देवाशीष