लद्दाख क्षेत्र के लिए संवैधानिक सुरक्षा के प्रावधानों की मांग को लेकर
दिल्ली आ रहे पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक और उनके समर्थकों को सोमवार रात
दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर रोका गया है.
सोनम वांगचुक ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि उन्हें हिरासत में लिया जा रहा
है. वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने दिल्ली पुलिस के इस क़दम की निंदा की है.
उन्होंने कहा है कि यह अस्वीकार्य है.
इसी बीच दिल्ली पुलिस ने नई दिल्ली, उत्तरी और केंद्रीय दिल्ली के सभी
थानों और दिल्ली की सीमा से लगे क्षेत्रों में अगले 6 दिनों के लिए भारतीय न्याय
संहिता की धारा 163 लागू कर दी है.
इसके तहत पांच या उससे अधिक लोगों के एक जगह पर इकट्ठा होने, प्रदर्शन करने
आदि पर पाबंदी होगी.
राहुल
गांधी और सोनम वांगचुक क्या बोले
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट में लिखा है, “सोनम वांगचुक जी और
सैकड़ों लद्दाख़ी लोगों को पर्यावरण और संवैधानिक अधिकारों को लेकर शांतिपूर्ण
मार्च के लिए हिरासत में लेना अस्वीकार्य है.”
“लद्दाख़ के भविष्य के लिए आवाज़ उठाने वाले बुज़ुर्ग नागरिकों
को दिल्ली की सीमा पर हिरासत में क्यों लिया जा रहा है. मोदी जी किसानों की तरह यह
‘चक्रव्यूह’ भी टूटेगा और आपका अहंकार भी टूटेगा. आपको
लद्दाख़ की आवाज़ सुननी होगी.”
वहीं,
पर्यावरण कार्यकर्ता सोनम वांगचुक ने भी एक्स पर पोस्ट किया है.
उन्होंने लिखा है,
“मुझे दिल्ली की सीमा
पर 150 पदयात्रियों समेत सैकड़ों पुलिस बलों के ज़रिए हिरासत में लिया जा रहा है. अधिकतर
महिला-पुरुष 80 वर्ष से अधिक उम्र के हैं जिनमें से कई तो पूर्व सैन्य कर्मी हैं,
हमारी किस्मत का कुछ पता नहीं है. दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में हम बापू की
समाधि तक बेहद शांतिपूर्ण पदयात्रा कर रहे थे.”