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अमेरिका से आए नए पोप क्या राष्ट्रपति ट्रंप का नज़रिया भी बदल पाएंगे? – दुनिया जहान

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Dec 2, 2025


पोप लिओ 14वें  शपथ लेने के बाद लोगों का अभिवादन करते हुए

इमेज स्रोत, Getty Images

इमेज कैप्शन, अमेरिका में जन्मे कार्डिनल रॉबर्ट प्रोवहस्ट मई में कैथोलिक चर्च के पोप चुने गए (फ़ाइल फ़ोटो)

इस साल की शुरुआत में अमेरिका में जन्मे कार्डिनल रॉबर्ट प्रोवहस्ट कैथोलिक चर्च के पोप चुने गए. यह एक ऐतिहासिक बात थी क्योंकि कैथोलिक चर्च का नेतृत्व संभालने वाले वह पहले अमेरिकी हैं.

जब वह पोप लिओ 14वें के रूप में पोप की पारंपरिक पोशाक पहन कर सेंट पीटर्स बासिलिका की बालकनी में आए तो कई रूढ़िवादियों को लगा कि उनका इस पद पर आसीन होना कैथोलिक चर्च को दोबारा परंपरागत मूल्यों की ओर ले जाएगा जबकि उनके पूर्ववर्ती पोप फ़्रांसिस के नेतृत्व में सामाजिक न्याय को प्राथमिकता दी जाती थी.

दरअसल पोप फ़्रांसिस के सामाजिक न्याय प्रधान नेतृत्व को लेकर लोगों का मत विभाजित था. कुछ लोग समलैंगिकता जैसे मुद्दों पर उनकी उदारवादी सोच की प्रशंसा करते थे तो कुछ का मानना था कि उन्होंने वोक (या जागृत) बनने या सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने के चक्कर में परंपरागत मूल्यों से किनारा कर लिया है.

पोप लिओ के चयन के छह महीने बाद पर्यावरण के संरक्षण के लिए ग्रीनलैंड के एक हिमखंड को आशीर्वाद देने के लिए ‘मेक अमेरिका ग्रेट’ आंदोलन के कार्यकर्ताओं ने उनकी आलोचना की है.

वहीं समलैंगिक या एलजीबीटीक्यू संबंधों के प्रति उनके रुख़ से भी लगता है कि उनका नेतृत्व पोप फ़्रांसिस से मिलता-जुलता है. पोप लिओ भी विविधता, समानता और सबको साथ लेकर चलने पर बल दे रहे हैं मगर इसका यह मतलब नहीं है कि वह पोप फ़्रांसिस की कार्बन कॉपी होंगे.

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