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एक्सपायर ARC के साथ उड़ रहा था एयर इंडिया का विमान, किससे हुई इतनी बड़ी चूक?

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Dec 2, 2025


डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। DGCA ने एयर इंडिया के एक विमान को ग्राउंड कर डिटेल जांच शुरू कर दी है। एयरलाइन ने बताया कि एयरक्राफ्ट ने एक्सपायर हो चुके एयरवर्थनेस रिव्यू सर्टिफिकेट (ARC) पर आठ रेवेन्यू सेक्टर में काम किया था।

ANI द्वारा शेयर किए गए प्रेस नोट में सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के हवाले से कहा गया है, ‘एयर इंडिया ने 26 नवंबर 2025 को रेगुलेटर को बताया कि ARC खत्म होने के बावजूद उसका एक एयरक्राफ्ट गलती से कमर्शियल फ्लाइट्स के लिए इस्तेमाल हो गया था।’

एयर इंडिया का विमान ग्राउंडेड

बता दें ARC हर साल होने वाला एक जरूरी सर्टिफिकेशन है जो किसी एयरक्राफ्ट के एयरवर्थनेस स्टैंडर्ड्स और उसके मुख्य सर्टिफिकेट ऑफ एयरवर्थनेस के लगातार कम्प्लायंस को वैलिडेट करता है।

प्रेस नोट में मिनिस्ट्री ने बताया कि यह चूक विस्तारा के एयर इंडिया में चल रहे मर्जर के दौरान हुई थी। ट्रांजिशन के हिस्से के तौर पर सभी 70 विस्तारा एयरक्राफ्ट को 2024 में रिन्यू किए गए ARC की जरूरत थी। मर्जर के बाद सर्टिफिकेट जारी करने की जिम्मेदारी DGCA की थी।

एक्सपायर ARC के साथ उड़ान

ठीक-ठाक चेक के बाद 69 एयरक्राफ्ट को रिन्यू किए गए ARC मिल गये, जबकि ऑपरेटर के रिन्यूअल एप्लीकेशन फाइल करने के बाद 70वें एयरक्राफ्ट को इंजन बदलने के लिए ग्राउंड कर दिया गया।

इस दौरान इसका ARC खत्म हो गया, लेकिन बाद में एयरक्राफ्ट को सर्विस के लिए छोड़ दिया गया। जैसे ही गलती का पता चला DGCA ने एयर इंडिया को तुरंत एयरक्राफ्ट को ग्राउंड करने का निर्देश दिया। साथ ही इस चूक की जांच शुरू की कि आखिर बिना वैलिड ARC के इसे ऑपरेट करने की इजाजत कैसे दी गई?

DGCA ने शुरू की जांच

एयरक्राफ्ट के लिए सर्टिफिकेशन प्रोसेस अब चल रहा है। मिनिस्ट्री ने कहा कि जांच का नतीजा आने तक इसमें शामिल लोगों को तुरंत डी-रोस्टर कर दिया गया है।

DGCA के निर्देशों पर काम करते हुए एयर इंडिया ने सिस्टम की खामियों, अकाउंटेबिलिटी की कमियों और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुधार के उपायों की पहचान करने के लिए एक इंटरनल जांच शुरू की है।

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