Narayanpur Encounter: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में 18 जुलाई को मुठभेड़ हुई थी। इस मुठभेड़ में जवानों ने 6 नक्सलियों का एनकाउंटर किया था। मारे गए नक्सली, माओवादी लीडरों को सुरक्षा प्रदान करते थे।

नक्सली संगठन के बेस्ट फाइटर्स थे
मारे गए नक्सली में PLGA प्लाटून नंबर 1 का कमांडर राहुल पुनेम समेत अन्य सदस्य शामिल हैं। मारे गए नक्सली, नक्सल संगठन के बड़े लीडरों के लिए सुरक्षा देने का काम करते थे। यह लोग माओवादियों के टॉप लीडरों को एक स्थान से दूसरे स्थान सुरक्षित पहुंचाने का काम करते थे। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि नक्सल संगठन में PLGA प्लाटून नंबर के बेस्ट फाइटर्स थे।
गढ़ में घुसकर मारा
सुरक्षाबल के जवानों को जानकारी मिली थी कि नक्सली मूवमेंट करने वाले हैं। जिसके बाद सुरक्षाबल के जवान मिशन पर मिलने थे। बरसात के मौसम में मिशन मुश्किलों भरा था लेकिन जवानों ने 18 जुलाई को नक्सलियों के गढ़ में घुसकर इन्हें घेरकर मारा है। जवानों को इन नक्सलियों के पास से मौके से स्नाइपर, AK-47, इंसास और SLR, राइफल समेत कई विस्फोटक सामग्री बरामद की है।
कौन-कौन से नक्सली मारे गए
अधिकारियों ने बताया कि डिविजनल कमेटी सदस्य तथा पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (पीएलजीए) के प्लाटून नंबर-1 के कमांडर राहुल पुनेम उर्फ लच्छू पुनेम तथा पीएलजीए के प्लाटून नंबर-एक के सदस्य उंगी टाटी, मनीषा, टाटी मीना उर्फ सोमरी, हरीश उर्फ कोसा और कुड़ाम बुधरी को ढेर किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि मारे गए सभी नक्सलियों पर आठ-आठ लाख रूपए यानी कुल 48 लाख रूपए का इनाम था।
नारायणपुर जिले के पुलिस अधीक्षक रॉबिनसन गुरिया ने बताया कि नक्सली राहुल पुनेम के मुठभेड़ में मारे जाने को अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादियों के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उन्होंने कहा कि ‘‘हम बस्तर से नक्सलवाद को समाप्त करने के निर्णायक चरण में प्रवेश कर चुके हैं। जो लोग इसकी खोखली विचारधारा से भ्रमित हैं और विकास की राह में बाधा बन रहे हैं, उन्हें आत्मसमर्पण कर सम्मानपूर्वक जीवन अपनाना चाहिए। अन्यथा उन्हें इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ेंगे।’’