अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत-पाकिस्तान मध्यस्थता के दावे से भारत में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है। कांग्रेस ने पीएम मोदी से संसद में स्पष्टीकरण की मांग की है, सवाल उठाते हुए कि क्या व्यापार के लिए राष्ट्र के सम्मान से समझौता किया गया। भारत ने ट्रंप के दावे को खारिज किया है।

डोनाल्ड ट्रंप के दावे के बाद कांग्रेस ने सवाल किया गया कि व्यापार के लिए राष्ट्र के सम्मान के साथ क्यों समझौता किया गया। वहीं कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम से इस मुद्दे पर संसद के मानसून सत्र में स्पष्टीकरण की मांग की है।
कांग्रेस नेता रमेश ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘संसद के मानसून सत्र की शुरुआत से ठीक दो दिन पहले, ‘ट्रंप मिसाइल’ 24वीं बार दागी गई और हर बार की तरह इस बार भी वही दो बातें दोहराई गईं।’
कांग्रेस ने पीएम मोदी से की स्पष्टीकरण की मांग
उन्होंने ट्रंप के बयान का हवाला देते हुए कहा, ‘अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान, दो परमाणु संपन्न देशों के बीच युद्ध रोक दिया। अगर युद्ध जारी रहता तो कोई व्यापार समझौता नहीं होता। यानी भारत और पाकिस्तान को अमेरिका के साथ व्यापारिक समझौते के लिए तत्काल संघर्षविराम को मानना पड़ा।’ कांग्रेस नेता ने मांग की मोदी को संसद में स्वयं खड़े होकर अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा पिछले 70 दिनों से किए जा रहे दावों पर स्पष्ट एवं ठोस स्पष्टीकरण देना चाहिए।
ट्रंप के दावे को भारत ने किया खारिज
अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले कुछ सप्ताह के दौरान कई बार यह दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच गत मई महीने में सैन्य संघर्ष को व्यापार समझौते के जरिए सुलझाया। दूसरी तरफ, भारत का कहना है कि पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) के संपर्क किए जाने के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने पर विचार किया गया।