Mukesh Ambani Business: मुकेश अंबानी कई कारोबार में कमाई कर रहे हैं। इसमें तेल से लेकर गैस, केमिकल और डेटा तक शामिल हैं। जानें किस कारोबार ने कितनी कमाई हुई:

आरआईएल को लंबे समय से तेल, गैस और तेल से बनाए गए केमिकल के कारोबार के लिए जाना जाता रहा है। लेकिन, अब समय बदल गया है। आज रिलायंस सिर्फ एक ऊर्जा कंपनी नहीं रही, बल्कि टेक्नोलॉजी पर भी ध्यान देने वाली कंपनी बन रही है। पहली तिमाही के नतीजे बताते हैं कि कंपनी की कमाई का तरीका बदल रहा है। अब रिलायंस अपने टेलीकॉम, डिजिटल सेवाओं और रिटेल कारोबार से ज्यादा पैसा कमा रही है, बजाय कि अपने पुराने तेल और गैस के कारोबार से।फ्लाइट की टिकट बुक कराने से लेकर प्रॉपर्टी खरीदने तक… दुबई में क्रिप्टोकरेंसी मचा रही धमाल, क्या है यूएई का प्लान?
रिलायंस इंडस्ट्रीज की रेकॉर्ड कमाई
वित्त वर्ष 26 की पहली तिमाही में रिलायंस इंडस्ट्रीज ने 58,024 करोड़ रुपये का रेकॉर्ड EBITDA और 30,783 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। पिछले कुछ तिमाहियों से संकेत मिल रहे थे कि रिलायंस की कमाई के स्रोत धीरे-धीरे बदल रहे हैं। इस तिमाही में यह बदलाव और भी ज्यादा साफ हो गया। अब रिलायंस मुख्य रूप से तेल और गैस पर निर्भर रहने के बजाय, अपने Jio (टेलीकॉम), डिजिटल प्लेटफॉर्म और रिटेल स्टोर्स से ज्यादा मुनाफा कमा रही है। ये नए जमाने के बिजनेस कंपनी की तरक्की को आगे बढ़ा रहे हैं और इसकी पहचान को बदल रहे हैं।
कौन से कारोबार से ज्यादा कमाई
रिलायंस का टेलीकॉम कारोबार (जियो) कमाई में सबसे आगे है। जियो (Jio) ने 18,312 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। यह कंपनी के कुल EBITDA का लगभग 32 प्रतिशत है। जियो के 5G इस्तेमाल करने वालों की संख्या अब 20 करोड़ को पार कर गई है। इसके होम ब्रॉडबैंड इस्तेमाल करने वाले 2 करोड़ तक पहुंच गए हैं। कंपनी का ARPU भी बढ़कर 208.8 रुपये हो गया है। पिछले साल के मुकाबले इसमें 14.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। ARPU का मतलब है कि एक ग्राहक औसतन हर महीने कितने रुपये का रिचार्ज करवाता है।
रिटेल कारोबार मजबूत
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड (RRVL) ने 6,381 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो पिछले साल की इसी तिमाही से 12.7 प्रतिशत ज्यादा है। इस तिमाही में रिलायंस रिटेल ने 84,171 करोड़ रुपये का रेवेन्यू कमाया और देश भर में 388 नए स्टोर खोले। इसके ग्राहकों की संख्या भी बढ़कर 35.8 करोड़ हो गई है।
तेल-से-रसायन (O2C) का कितना योगदान
रिलायंस का तेल-से-केमिकल (O2C) सेगमेंट, जो कई सालों से कंपनी के राजस्व और मुनाफे में सबसे बड़ा योगदान देता था, ने इस तिमाही में 14,511 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। यह पिछले साल के मुकाबले 10.8 प्रतिशत ज़्यादा है। हालांकि, इस सेगमेंट से होने वाली कमाई में 1.5 प्रतिशत की गिरावट आई है। अच्छी बात यह है कि Jio-bp के जरिए ईंधन की बिक्री बढ़ी है, जिससे मुनाफे में सुधार हुआ है।
तेल और गैस कारोबार का क्या हाल
रिलायंस का पारंपरिक तेल और गैस कारोबार, जो कभी उसकी पहचान हुआ करता था, ने 4,996 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया। यह साल-दर-साल 4.1 प्रतिशत की गिरावट है। कंपनी को KG-D6 गैस फील्ड से कम उत्पादन और CBM (कोल बेड मीथेन) गैस की गिरती कीमतों का असर हुआ। इस सेगमेंट से होने वाली कमाई में भी 1.2 प्रतिशत की गिरावट आई है।