तिरुपति देवस्थानम ने चार कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है जिन पर गैर-हिंदू धर्म का पालन करने का आरोप है। टीटीडी जो तिरुमाला के श्री वेंकटेश्वर मंदिर का प्रशासन संभालता है अपने कर्मचारियों के लिए सख्त आचार संहिता का पालन करता है। जांच में पाया गया कि इन कर्मचारियों ने संस्थान की आचार संहिता का उल्लंघन किया।
आईएएनएस, हैदराबाद। तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम यानी टीटीडी ने अपने 4 कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इन चारों पर गैर-हिंदू धर्म का पालन करने के आरोप हैं। टीटीडी के पास तिरुमाला स्थित श्री वेंकटेश्वर मंदिर के प्रशासन की जिम्मेदारी है।
तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि क्वालिटी कंट्रोल के डिप्टी एग्जीक्यूटिव इंजीनियर बी. एलिजर, बीआईआरआरडी अस्पताल की स्टाफ नर्स एस. रोजी, बीआईआरआरडी अस्पताल की ग्रेड-I फार्मासिस्ट एम. प्रेमवती और एसवी आयुर्वेदिक फार्मेसी डॉ. जी. असुंता को निलंबित किया गया है।
टीटीडी में है सख्त आचार संहिता
इसके पहले 11 जुलाई को केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने दावा किया था कि 1,000 से अधिक गैर-हिंदू अभी भी टीटीडी में काम कर रहे हैं। उन्होंने टीटीडी से तिरुमाला में गैर-हिंदुओं को रोजगार से हटाने का आग्रह किया था। इसके कुछ समय बाद ही हुई विभागीय कार्रवाई कई तरह के सवाल खड़े करती है।
टीटीडी अपने कर्मचारियों, विशेष रूप से धार्मिक या संबद्ध संस्थानों में कार्यरत कर्मचारियों के लिए एक सख्त आचार संहिता का पालन करता है। इसके मुताबिक, टीटीडी में काम करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को आचरण और व्यवहार दोनों में हिंदू धर्म के सिद्धांतों का पालन करना होता है।
जिन 4 लोगों को निलंबित किया गया है, उन पर संस्थान की आचार संहिता के उल्लंघन का ही आरोप है। संस्थान की आंतरिक जांच में इस बात की कथित तौर पर पुष्टि हुई कि ये कर्मचारी गैर-हिंदू धर्म का पालन कर रहे थे। मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने कहा कि कर्मचारियों ने गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार किया है।