पूरा मामला ग्वालियर के वार्ड क्रमांक 18 स्थित शताब्दी पुरम इलाक़े का है। यहां संचालित दुकान नंबर 225 अनुज प्राथमिक सरकारी भंडार शताब्दी पुरम में केंद्र संचालक द्वारा पीडीएस राशन वितरण की जगह हितग्राहियों से अंगूठा लगाकर 100 रुपया प्रति सदस्य के हिसाब से रूपये दिए जा रहे हैं। इसकी तस्वीरें भी मीडिया के कैमरे में क़ैद हो गई हैं।
इस तरह से काम करते हैं केंद्र संचालक
केंद्र संचालक द्वारा यहां यदि किसी हितग्राही के घर पांच सदस्य हैं तो महीने में मिलने वाला राशन के बदले उन पांच सदस्यों के लिए 500 रुपए थमाए जा रहे हैं। इस तरह गरीबी रेखा से नीचे जीवन आने वाले लोगों को मिलने वाले मुफ़्त राशन का गबन किया जा रहा है।
मामले पर अधिकारी का कहना
वहीं इस पूरे मामले को लेकर ज्ञापन जिला खाद्य एवं आपूर्ति खाद्य विभाग के जिला आपूर्ति नियंत्रक विपिन श्रीवास्तव से बात की गई तो उनका कहना था कि, इस तरह हितग्राहियों को राशन की जगह राशि के वितरण का कोई प्रावधान नहीं है। यह पूरी तरह गलत है। यहां आकार यदि कोई भी शिकायत करता है तो इस संबंध में सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पूरे शहर में चल रहा ऐसा ही काम
यह नजारा केवल एक ही दुकान का नहीं बल्कि पूरे शहर की दुकानों का है। जहां रुपयों का लालच देकर दुकानदार ग्राहकों से बांटने के लिए आया अनाज रोक लेता है। बाद में व्यापारियों को बेच दिया जाता है। हाल ही में ग्वालियर कलेक्टर के निर्देशों पर नारायण विहार कॉली की मंडी से भरी मात्रा में पीडीएस का चावल बेचा गया था।