सेंट एंथनी स्कूल से आया मामला
हापुड़ देहात थाना एरिया में सेंट एंथनी सीनियर सेकंडरी स्कूल में पढ़ने वाले कुछ बच्चों ने अपने पैरंट्स से इसकी शिकायत की थी। छात्रों ने कहा कि टीचर उनके धर्म के बारे में भी आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। तिलक पोछकर ही स्कूल में आने का दबाव बनाया जाता है। इसके साथ ही कलावा और राखी भी उतरवाकर डस्टबिन में फेंक दी। इससे नाराज होकर कुछ पैरंट्स बुधवार को स्कूल पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया। टीचर्स ने माफी मांगी तो उस वक्त हंगामा खत्म हो गया। पैरंट्स गुरुवार को फिर बच्चों के साथ स्कूल पहुंचे और दोबारा से ऐसी हरकतों की शिकायत की।
दोबारा फिर हंगामे की सूचना पर एसडीएम सुनीता सिंह, सीओ सिटी अशोक सिसोदिया, देहात थाना इंचार्ज देवेंद्र बिष्ट भी मौके पर पहुंचे और पैरंट्स, स्टूडेंट और स्कूल स्टाफ के बयान दर्ज किए। विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष सुधीर अग्रवाल, गिरीश त्यागी और बजरंग दल से जुड़े लोगों ने कहा कि स्कूल प्रशासन बच्चों का उत्पीड़न कर रहे हैं। पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो आंदोलन किया जाएगा।
धूप में बच्चे की बिगड़ी तबीयत
वायरल वीडियो में एक छात्रा रोते हुए दिख रही है। वीडियो में वह कहती दिख रही है कि उसका भाई राखी पहनकर स्कूल आया था। इसी बात से टीचर इतनी गुस्सा हुईं कि उसे धूप में खड़े रहने की सजा दे दी। धूप तेज होने की वजह से उसके भाई की तबीयत खराब हो गई। दूसरे वीडियो में छात्र आरोप लगा रहे हैं कि टीचर उनके धर्म का मजाक उड़ाते हैं और अमर्यादित टिप्पणी भी करते हैं। विरोध करने पर छात्रों को स्कूल से निकालने की धमकी देते हैं।
एसडीएम- सीओ ने शुरू की जांच
एसडीएम सुनीता सिंह ने मामले में बताया कि दोनों पक्षों के बयान दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही रिपोर्ट डीएम को सौंपी जायेगी। उधर, स्कूल प्रशासन ने आरोपों को गलत बताते हुए स्कूल को बदनाम करनें की साजिश बताया है। वहीं, विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष सुधीर अग्रवाल एवं गिरीश त्यागी और बंजरग दल के पदाधिकारियों ने आरोप लगाया है कि स्कूल प्रशासन की ओर से बच्चों का उत्पीड़न कर हिंदू देवी देवताओं का अपमान का किया जा रहा है। अगर पुलिस प्रशासन ने मामलें में कार्यवाही नहीं की तो आंदोलन की चेतावनी दी गई है।
क्या कहता है स्कूल प्रशासन?
स्कूल मैनेजमेंट कमिटी के मैनेजर फादर विजय राओ ने बताया कि स्कूल में सभी धर्मों का सम्मान किया जाता है। धर्म, जाति आदि के आधार पर किसी छात्र के साथ भेदभाव नहीं किया जाता है। पैरंट्स ने जो भी आरोप लगाए हैं, वह टीचर का व्यक्तिगत मामला हो सकता है। स्कूल का इससे लेना-देना नहीं है। आरोपी टीचर्स को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।