फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, तख्तापलट कर सत्ता में आए जुंटा को व्यापक सशस्त्र विरोध का सामना करना पड़ रहा है। विद्रोही गुटों से लड़ रहे जुंटा के सैनिकों पर हिंसा और आम नागरिकों पर हवाई और तोप से हमले करने के भी आरोप लगे हैं। शुक्रवार को एक बार फिर जुंटा पर 11 नागरिकों को मार डालने का आरोप लगा है, जिनमें चार महिलाएं और दो बच्चे भी हैं। चीन के युन्नान प्रांत की सीमा से लगते हुए इस क्षेत्र में हालिया समय में लगातार लड़ाई हुई है। हाल ही में टीएनएलए सेनानियों ने कई हफ्तों की लड़ाई के बाद शहर पर नियंत्रण का भी दावा किया था।
इमारतों पर भी गिराए गए बम!
जुंटा सेना पर इमारतों पर भी बमबारी का आरोप विद्रोही गुटों ने लगाया है। ऐसे कुछ वीडियो भी शेयर किए गए हैं, जिनमें नष्ट हुई इमारतें दिखाई दे रही हैं। जुंटा की ओर से इस पर कोई टिप्पणी नहीं आई है। उत्तरी शान राज्य में चीन के साथ सीमा के पास सशस्त्र समूहों और पीपुल्स डिफेंस फोर्से के गठबंधन के कारण जुंटा ने एक बड़े हिस्से से नियंत्रण खो दिया है। विद्रोही गुटों ने यहां एक क्षेत्रीय सैन्य कमान को भी जब्त कर लिया है और आकर्षक सीमा व्यापार क्रॉसिंग पर नियंत्रण कर लिया है।
स्टेट मीडिया ने बताया कि इस सप्ताह की शुरुआत में जुंटा प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग ने जातीय सशस्त्र समूहों के कब्जे वाले क्षेत्र में नागरिकों को सैन्य जवाबी हमले के लिए तैयार रहने की चेतावनी दी थी। जुंटा ने इस सप्ताह यह भी घोषणा की कि उसने टीएनएलए को आतंकवादी संगठन घोषित कर दिया है। टीएनएलए, अराकान आर्मी (एए), म्यांमार नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस आर्मी (एमएनडीएए) का समर्थन करते हुए करते हुए पाए जाने पर अब लोगों को कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।