श्रीनगर के नाैगाम पुलिस स्टेशन में शुक्रवार की रात करीब साढ़े 11 बजे भारी विस्फोट हुआ। इसमें दो लोगों की माैत हो गई। कम से कम आठ लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। एक दर्जन से अधिक वाहनों में आग लग गई। धमाके से आसपास के घरों को भी भारी नुकसान हुआ है। घरों की खिड़कियां टूट गई हैं। धमाका इतनी तेज था कि इसकी आवाज नाैगाम ही नहीं, छानपोरा, सनतनगर, रावलपोरा और पंथा चाैक क्षेत्र में सुनाई दी। घायलों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
बताया जाता है कि फरीदाबाद में जब्त विस्फोटक सामग्री के नमूने लेते समय यह विस्फोट हुआ है, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जब्त किया विस्फोटक अमोनियम नाइट्रेट था।
बता दें कि यही पुलिस स्टेशन है, जिसकी जांच में जैश-ए-मोहम्मद और अंसार गजवत-उल-हिंद (एजेएयूएच) के आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ था। पुलिस थाने के एसएचओ के जांच में ही दो ओवरग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) की गिरफ्तारी के बाद फरीदाबाद में 2900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री और भारी मात्रा में हथियार बरामद किए गए हैं।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि धमाके बाद भीषण आग लग गई। इसकी लपटें दूर तक दिखाई दीं। पुलिस स्टेशन और आसपास के इमारतों की खिड़कियां टूट गईं। आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां माैके पर पहुंच गई हैं। चारों ओर अफरा-तफरी जैसी स्थिति बनी हुई है। किसी को धमाके के स्थल की ओर जाने नहीं दिया गया।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने दो शवों को देखा है। विस्फोट होने के तुरंत बाद पुलिस ने घटनास्थल की ओर जाने वाले सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। किसी को भी आगे नहीं जाने दिया जा रहा है। पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है।
मुजम्मिल गनई के किराये से बरामद 360 किलो विस्फोटक लाया गया था यहां
सूत्रों ने बताया कि 360 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा फरीदाबाद से डॉ. मुजम्मिल गनई के किराए के आवास से जब्त करने के बाद नाैगाम पुलिस स्टेशन में लाई गई थी। मुजम्मिल इस आतंकी मॉड्यूल मामले में अब तक गिरफ्तार किए गए आठ लोगों में से एक है। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या पूरे 360 किलोग्राम विस्फोटक उस पुलिस स्टेशन में संग्रहीत किए गए थे या नहीं। बता दें कि इसी पुलिस स्टेशन में 19 अक्तूबर को सफेदपोश आतंकी मॉड्यूल का मामला दर्ज किया गया था।