महिला टीचर दुकान जा रही थीं, तभी हुआ हमला
अजमेर के मदारपुरा निवासी 21 वर्षीय लेडी टीचर नीतू रावत, जो शंकर सिंह की पुत्री हैं। उन्होंने बताया कि घटना रविवार शाम करीब 6:30 बजे की है। वह घर से पास की परचूनी दुकान जा रही थीं। रास्ते में जब वह भंवरी देवी, लक्ष्मी, छोटी देवी और अनु के मकान के पास से गुज़रीं, तो इन महिलाओं ने एकजुट होकर अचानक हमला कर दिया।
पीड़िता ने बताया, भाई बचाने आया तो उसे डंडे से पीटा
नीतू ने बताया कि भंवरी देवी ने उसकी चोटी पकड़कर उसे सड़क पर घसीटा, वहीं बाकी महिलाओं ने डंडों और घूंसों से मारपीट की। शोर सुनकर उसका भाई मोहित मौके पर पहुंचा, लेकिन हमलावरों ने उसे भी नहीं छोड़ा। डंडे से हमला कर उसके सिर पर गंभीर चोट पहुंचाई गई। स्थिति बिगड़ती देख दोनों भाई-बहन किसी तरह जान बचाकर वहां से भागे।
पुलिस में दी शिकायत, कार्रवाई नहीं
पीड़िता ने घटना के बाद अलवर गेट थाने में शिकायत दी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। सोमवार को पीड़ित परिवार एसपी कार्यालय पहुंचा और न्याय की मांग की। पीड़ित पक्ष ने बताया कि हमला करने वाली महिलाएं नीतू की मौसी और उनके परिवार से हैं। मुख्य रास्ते को लेकर विवाद लंबे समय से चला आ रहा है और यह मारपीट उसी विवाद का हिस्सा है।
हमले का वीडियो बना सबूत
घटना का वीडियो सामने आने के बाद स्थानीय लोगों में रोष है। पीड़िता का कहना है कि अगले दिन भी आरोपियों ने घर पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। पीड़िता ने प्रशासन से सुरक्षा और सख्त कार्रवाई की मांग की है। घटना का वायरल हुआ वीडियो बतौर सबूत पेश करने के बाद अब पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की जा रही है।