लॉरेंस बिश्नोई के भाई और कई आपराधिक मामलों के अभियुक्त अनमोल बिश्नोई को अमेरिका में हिरासत में लेने और वहां से भारत लाने की कोशिश की ख़बरों पर अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कोई बड़ी प्रतिक्रिया नहीं दी है.
लेकिन अनमोल बिश्नोई को अमेरिका से प्रत्यर्पण की कोशिश से जुड़ी ख़बरें भारत में सुर्ख़ियों में हैं.
बीते कुछ दिनों से अनमोल बिश्नोई और उनके भाई लॉरेंस बिश्नोई कई हाई प्रोफाइल आपराधिक मामलों की वजह से लगातार सुर्ख़ियों में रहे हैं.
मैथ्यू मिलर से सवाल किया गया था कि मीडिया की ख़बरों के मुताबिक़ एफबीआई के अधिकारियों से भारतीय सुरक्षा अधिकारी अनमोल बिश्नोई के प्रत्यर्पण को लेकर चर्चा कर रहे हैं.
मैथ्यू मिलर ने इस सवाल पर कोई टिप्पणी करने से मना कर दिया.
उन्होंने कहा, “मैं केवल इतना कहूंगा हूं कि अगर ऐसा कुछ है तो इस पर विदेश विभाग नहीं, बल्कि आंतरिक सुरक्षा विभाग और एफ़बीआई का टिप्पणी करना उचित होगा.”
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ इसी महीने की शुरुआत में भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अनमोल बिश्नोई को भारत लाने का मामला क़ानूनी मुद्दा है और इसके लिए निर्धारित प्रक्रिया के तहत कार्रवाई की जाएगी.
पीटीआई के मुताबिक़ अनमोल बिश्नोई की तलाश में लगी मुंबई पुलिस को अमेरिकी अधिकारियों ने बताया था कि अनमोल अमेरिका में मौजूद है.
फ़र्ज़ी पासपोर्ट का इस्तेमाल
अनमोल बिश्नोई पर कई बड़े अपराधों में शामिल होने का आरोप है और मुंबई पुलिस उनके प्रत्यर्पण की कोशिश में लगी हुई है.
ख़बरों के मुताबिक़ बाबा सिद्दीकी की हत्या और अभिनेता सलमान ख़ान के घर के बाहर गोलीबारी करने सहित कई मामलों में अभियुक्त अनमोल बिश्नोई को अमेरिका के कैलिफोर्निया में इमिग्रेशन विभाग ने पिछले हफ्ते हिरासत में लिया है.
अक्टूबर महीने में ही मुंबई के बांद्रा ईस्ट में बाबा सिद्दीकी की हत्या कर दी गई थी.
अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस ने अपने सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अनमोल बिश्नोई को पिछले गुरुवार को हिरासत में लिया गया था और शुक्रवार को अमेरिकी खुफ़िया एजेंसी एफ़बीआई ने भारत की कई जांच एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाक़ात की है.
भारत की राष्ट्रीय जाँच एजेंसी ‘एनआईए’ की वेबसाइट के मुताबिक़ उसे अनमोल बिश्नोई की तलाश है. एनआईए की वेबसाइट पर अनमोल का नाम भानू भी दर्ज है और वह मूल रूप से पंजाब के फाज़िल्का का रहने वाला है.
इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा है कि इसी साल 15 मई को भानू नाम से बनवाए एक फर्ज़ी पासपोर्ट की मदद से अनमोल बिश्नोई अमेरिका भाग गया था.
अनमोल बिश्नोई पर आरोप
इंडियन एक्सप्रेस ने अपने संपर्क के आधार पर लिखा है कि अमेरिकी इमिग्रेशन विभाग ने यात्रा दस्तावेज़ों के साथ अनमोल बिश्नोई के पास मिली एक कंपनी की चिट्ठी को भी फर्जी पाया है.
माना जाता है कि 25 साल के अनमोल बिश्नोई भी लॉरेंस बिश्नोई का गैंग चलाने में शामिल हैं. पुलिस को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में अनमोल बिश्नोई की तलाश है.
पंजाब के मशहूर सिंगर सिद्धू मूसेवाला की 29 मई 2022 को पंजाब के मानसा में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.
भारतीय जाँच एजेंसियों के हवाले से कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि 32 साल के लॉरेंस बिश्नोई के गैंग में क़रीब 700 शूटर हैं. इनमें से अधिकतर छोटे क़स्बों और शहरों से हैं.
लॉरेंस बिश्नोई का पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य राज्यों में प्रभाव माना जाता है. लॉरेंस बिश्नोई पर हत्या, हत्या के प्रयास, वसूली और धमकाने के कई मुक़दमे दर्ज हैं.
लॉरेंस बिश्नोई के ख़िलाफ़ अभी 22 मुक़दमे चल रहे हैं और उनके ख़िलाफ़ 7 मामलों में जांच चल रही है.
छात्र राजनीति के दौरान हुई गुटबाज़ी से शुरू हुआ लॉरेंस बिश्नोई का आपराधिक सफ़र अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ड्रग तस्करी और टार्गेट किलिंग तक पहुँच गया है.
पुलिस के मुताबिक़ ये गैंग एक बड़ा ड्रग्स नेटवर्क भी चलाता है और लॉरेंस ‘ए’ श्रेणी का गैंगस्टर है. पंजाब पुलिस ने गैंगस्टरों की एक श्रेणी बनाई है और ‘ए’ श्रेणी का मतलब है वे जो कथित तौर पर अधिक गंभीर अपराधों में शामिल है.
पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार, लॉरेंस बिश्नोई को चार मामलों में दोषी भी ठहराया गया है.
लॉरेंस बिश्नोई पिछले क़रीब डेढ़ साल से अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद हैं. इसके बावजूद माना जाता है कि उनका गैंग काफ़ी सक्रिय है.
भारत में जांच एजेंसियों को अनमोल बिश्नोई की तलाश
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ इसी साल 14 अप्रैल को फ़िल्म अभिनेता सलमान ख़ान के घर के बाहर हुई गोलीबारी के मामले में भी अनमोल बिश्नोई शामिल है.
मुंबई पुलिस ने अदालत में कहा है कि मामले की जाँच के दौरान उसके हाथ एक ऑडियो क्लिप लगी, जिसमें अनमोल बिश्नोई और लॉरेंस बिश्नोई के गैंग के सदस्य विकी गुप्ता के बीच बातचीत है.
इसी महीने मुंबई की एक विशेष अदालत में पुलिस ने बताया था कि वो यह जानने की कोशिश कर रहे हैं कि 12 अक्तूबर को बाबा सिद्दीकी की हत्या में अनमोल बिश्नोई शामिल था या नहीं.
इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक़ पुलिस ने पिछले महीने ही अदालत को बताया था कि वो अनमोल बिश्नोई के प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू कर रही है.
एनआईए की वेबसाइट के मुताबिक़ उसने कई आपराधिक घटना में अन्य लोगों के साथ ही अनमोल बिश्नोई को भी अभियुक्त बनाया है. इसमें साल 2022 में डेरा सच्चा सौदा के अनुयायी प्रदीप कुमार की हत्या और राजस्थान के सीकर में राजू ठेहठ की हत्या भी शामिल है.
इसके अलावा एनआईए ने सिद्धू मूसेवाला की हत्या के मामले में भी अनमोल बिश्नोई को अभियुक्त बनाया है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित