भारतीय मूल की कमला हैरिस हों या डोनाल्ड ट्रंप. दोनों में से कौन बनेगा अमेरिका का राष्ट्रपति, मंगलवार को रहे चुनाव में यह तस्वीर साफ़ हो जाएगी.
अमेरिका को पहली महिला राष्ट्रपति मिलेगी या डोनाल्ड ट्रंप वापसी करेंगे, सभी की नजरें इस पर टिकी हुई हैं.
परंपरा के अनुसार, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति 20 जनवरी 2025 को चार साल के लिए पदभार ग्रहण करेंगे.
हालाँकि, देश-विदेश के लोगों में इस बात को लेकर उत्सुकता है कि अमेरिका में शासन की बागडोर कौन संभालेगा?
क्योंकि अमेरिका का राष्ट्रपति न केवल अपने देश के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भू-राजनीतिक मामलों में भी निर्णायक होता है.
अमेरिका के राष्ट्रपति को दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों में से एक माना जाता है.
ऐसे में बहुत से लोगों के ज़ेहन में ये आना स्वाभाविक है कि अमेरिकी राष्ट्रपति को सैलरी कितनी मिलती है?
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति एक सरकारी सेवक होता है और वो जनता के प्रति जवाबदेह होता है. देश के सरकारी खजाने से उसे भुगतान किया जाता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति का वेतन औसत देशवासी से छह गुना से भी अधिक है. एक औसत अमेरिकी सालाना 63 हजार 795 डॉलर (करीब 53 लाख रुपये) कमाता है.
अमेरिका के टॉप अमीर सालाना औसतन 7 लाख 88 हजार डॉलर कमाते हैं, यानी लगभग 6 करोड़ 28 लाख रुपये, लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति की सैलरी इससे लगभग आधी होती है.
इस हिसाब से वो देश के शीर्ष 1% अमीरों में भी नहीं आते हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति की कितनी सैलरी?
राष्ट्रपति जो बाइडन को सालाना 4 लाख डॉलर यानी 3.36 करोड़ रुपये वेतन मिलता है. इसके अलावा राष्ट्रपति को खर्च के तौर पर अतिरिक्त 50 हजार डॉलर यानी 42 लाख रुपये मिलते हैं.
वॉशिंगटन डीसी स्थित व्हाइट हाउस अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय है. यहां रहने के लिए उन्हें अपने जेब से कुछ भी खर्च नहीं करना पड़ता है.
राष्ट्रपति जब पहली बार व्हाइट हाउस में प्रवेश करते हैं तो उन्हें एक लाख डॉलर यानी करीब 84 लाख रुपये दिए जाते हैं. इस पैसे को वे अपने मुताबिक घर की साज सज्जा पर खर्च कर सकते हैं.
राष्ट्रपति को मनोरंजन, स्टाफ़ और कुक के लिए सालाना 19,000 डॉलर यानी क़रीब 60 लाख रुपये भी मिलते हैं.
लाभ एवं भत्ते
अमेरिका के राष्ट्रपति की सभी स्वास्थ्य सेवाएँ निःशुल्क हैं.
अमेरिकी राष्ट्रपति को यात्रा करने के लिए एक लिमोजिन कार, एक मरीन हेलीकॉप्टर और एयर फोर्स वन नामक एक हवाई जहाज मिलता है.
राष्ट्रपति के बेड़े में शामिल लिमोजिन कारें आधुनिक सुरक्षा और संचार प्रणालियों से लैस होती हैं.
लिमोजिन कारों में राष्ट्रपति की पसंद के अनुसार, समय-समय पर ज़रूरी संशोधन किए जाते हैं. कारों को सुरक्षित बनाने के लिए समय-समय पर उनमें बदलाव भी किया जाता है.
एयरफ़ोर्स वन हवाई जहाज में करीब चार हजार वर्ग फुट जगह होती है. इसे ‘फ्लाइंग कैसल’ और ‘फ्लाइंग व्हाइट हाउस’ के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि यह बेहद सुरक्षित है.
इसमें राष्ट्रपति के लिए अपने दैनिक कार्य करने के लिए सभी ज़रूरी सुविधाएं होती हैं.
एयर फ़ोर्स वन में राष्ट्रपति के अलावा लगभग स्टाफ़ के 100 सदस्यों के लिए भी यात्रा करने की व्यवस्था होती है.
संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति एंड्रयूज़ एयर फ़ोर्स बेस से अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानें लेते हैं.
वॉशिंगटन में अपने आधिकारिक आवास से हवाई अड्डे तक, वह मरीन वन हेलीकॉप्टर में यात्रा करते हैं.
2001 से कोई वेतन वृद्धि नहीं
हर सार्वजनिक अधिकारी को हर साल या समय-समय पर वेतन वृद्धि मिलती है, लेकिन 2001 के बाद से अमेरिकी राष्ट्रपति का वेतन नहीं बढ़ा है.
2001 में जब जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने पदभार संभाला था तब वेतन बढ़ाया गया था.
जॉर्ज वॉशिंगटन अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे. उन्हें सालाना 2000 डॉलर का वेतन मिलता था. उस समय के हिसाब से यह बहुत बड़ी रकम थी. इसके अलावा वॉशिंगटन खुद भी एक संपन्न किसान थे.
डोनाल्ड ट्रम्प, जॉन एफ़ कैनेडी और हर्बर्ट हूवर जैसे अमीर अमेरिकी राष्ट्रपति अपना सालाना वेतन दान करते थे.
इसके अलावा अमेरिका के राष्ट्रपति को सालाना रिटायरमेंट पर आजीवन 2 लाख 40 हजार डॉलर (करीब दो करोड़ रुपये) की पेंशन मिलती है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित