इमेज कैप्शन, भारतीय मूल के 50 वर्षीय चंद्रमौली नागमल्लैया की अमेरिका के टेक्सस में हत्या कर दी गई थी….में
अमेरिका के टेक्सस में एक भारतीय मूल के व्यक्ति की निर्मम हत्या के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गहरा शोक जताया है.
50 साल के चंद्रमौली नागमल्लैया की वहां के एक कर्मचारी ने धारदार हथियार से हत्या कर दी.
बेंगलुरु में पले-बढ़े चंद्रमौली पहले तिप्पासंद्रा और फिर आरटी नगर इलाके में रहते थे. स्थानीय लोगों के मुताबिक़, वह अपने मिलनसार स्वभाव और मुस्कान से सबका दिल जीत लेते थे.
उनके पुराने दोस्त एच.बी. वेंकटेश ने बीबीसी हिन्दी से कहा, “उनसे नाराज़ होना मुश्किल था. वो तुरंत आपका हाथ पकड़ लेते और मुस्कान से सबको अपने क़ाबू में कर लेते.”
राष्ट्रपति ट्रंप ने एक्स पर लिखा कि उन्हें चंद्रमौली की ‘भयावह हत्या’ की ख़बरों की जानकारी है, जिन्हें “उनकी पत्नी और बेटे के सामने क्यूबा से आए एक अवैध प्रवासी ने बेरहमी से मार डाला, जिसे हमारे देश में कभी नहीं होना चाहिए था.”
ट्रंप ने कहा कि अभियुक्त को सख़्त सज़ा दी जाएगी.
चंद्रमौली के बारे में उन्हें जानने वाले क्या कहते हैं?
डलास से आई रिपोर्ट्स के मुताबिक़, चंद्रमौली पर मोटल के कर्मचारी योरदानिस कोबोस-मार्टिनेज ने हमला किया था.
आरोप है कि उन्होंने एक दूसरे कर्मचारी से वॉशिंग मशीन की मरम्मत से जुड़ी हिदायतें मार्टिनेज तक पहुँचाने को कहा था. इसके बाद उन पर कई बार वार किया गया और उनका क़त्ल कर दिया गया. एक पड़ोसी ने कहा, “यह बहुत ही भयानक वीडियो था जो हमने देखा.”
चंद्रमौली, पहले तिप्पासंद्रा में छोटा रेस्टोरेंट चलाते थे. बाद में वे आरटी नगर चले गए और वहाँ पेइंग गेस्ट (पीजी) का कारोबार शुरू किया.
तिप्पासंद्रा के पूर्व कारपोरेटेर अभिलाष रेड्डी ने बीबीसी हिन्दी से कहा, “हम सब उन्हें जानते थे. वह बहुत मिलनसार इंसान थे. एक अच्छे दोस्त. जब हमें उनके साथ हुई घटना के बारे में पता चला, तो हम सब सदमे में थे. हमारे स्थानीय रेज़िडेंट्स ग्रुप में सभी चौंक गए. बहुतों को यक़ीन ही नहीं हुआ.”
उनके दोस्त वेंकटेश ने कहा कि किसी के पास उनके ख़िलाफ़ कोई शिकायत नहीं थी. “यह अविश्वसनीय है कि उनकी हत्या कर दी गई. वह बिल्कुल भी नुक़सान पहुँचाने वाले इंसान नहीं थे. इस हत्या में कुछ गड़बड़ है, जो मैं समझ नहीं पा रहा हूँ,” उन्होंने कहा.
आरटी नगर के एक दूसरे पड़ोसी, जो सरकारी कर्मचारी हैं, उन्होंने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा, “वह बहुत अच्छे इंसान थे. जब हमने यह ख़बर देखी तो हमें बहुत दुख हुआ. उनका परिवार बहुत अच्छा था. उनका बेटा भी मेरे बेटे का दोस्त था.”
दोनों लड़के साथ खेलते और अपने-अपने प्रोग्राम बनाते थे. उन्होंने कहा, “मेरा बेटा बहुत परेशान है क्योंकि गौरव (चंद्रमौली का बेटा) उसका अच्छा दोस्त था.”
इस पड़ोसी के मुताबिक़, चंद्रमौली की सिस्टर-इन-लॉ और उनके पति डलास में बसे हुए हैं और मोटल का कारोबार भी करते हैं.
एक और पड़ोसी ने कहा, “हमें बहुत दुख है कि किसी ने उनके साथ ऐसा किया. उनका परिवार बहुत शांत था. हमें वे हमेशा मुस्कुराते हुए ही याद आते हैं.”
चंद्रमौली की मां की तबीयत पूरी तरह ठीक नहीं है. अब वो तिप्पासंद्रा वाले घर से किसी रिश्तेदार के यहाँ चली गई हैं.
ट्रंप ने क्या कहा?
इमेज स्रोत, Reuters
इमेज कैप्शन, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चंद्रमौली की हत्या पर दुख जताते हुए कहा कि अभियुक्त को सख़्त सज़ा दी जाएगी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह केवल एक हत्या नहीं, बल्कि अमेरिका की सुरक्षा और आव्रजन नीति से जुड़ा गंभीर सवाल है.
ट्रंप ने लिखा, “मुझे डलास, टेक्सस में चंद्र नागमल्लैया की हत्या की भयावह ख़बरें मिली हैं. वह एक सम्मानित व्यक्ति थे, जिन्हें उनकी पत्नी और बेटे के सामने क्यूबा से आए एक अवैध प्रवासी ने बेरहमी से मार डाला. ऐसे लोगों को हमारे देश में कभी नहीं होना चाहिए था.”
राष्ट्रपति ने यह भी दावा किया कि अभियुक्त पहले भी कई गंभीर अपराधों में गिरफ़्तार हो चुका था. उन्होंने कहा, “यह व्यक्ति पहले भी भयानक अपराधों के लिए गिरफ़्तार हो चुका था, जिनमें बाल शोषण, कार चोरी और ग़लत तरीक़े से हिरासत में लेना शामिल है. लेकिन अयोग्य जो बाइडन के शासन में उसे वापस हमारे देश में छोड़ दिया गया क्योंकि क्यूबा ऐसा व्यक्ति अपने देश में नहीं चाहता था.”
इस बयान में ट्रंप ने आव्रजन नीति पर सख़्त रुख़ दिखाते हुए कहा, “इन अवैध आपराधिक प्रवासियों पर नरमी बरतने का वक़्त अब ख़त्म हो चुका है.”
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के मुताबिक़, कोबोस-मार्टिनेज एक अवैध प्रवासी है, जिसके ख़िलाफ़ अमेरिका से निष्कासन का अंतिम आदेश जारी किया जा चुका था.
विभाग का दावा है कि वह डलास के एक डिटेंशन सेंटर में हिरासत में था, लेकिन इस साल जनवरी में उसे निगरानी आदेश (ऑर्डर ऑफ़ सुपरविज़न) पर रिहा कर दिया गया क्योंकि क्यूबा ने “उसके आपराधिक इतिहास के कारण” उसे स्वीकार करने से इनकार कर दिया था.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित