लखनऊ: अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे 104 भारतीयों को अमेरिकी विमान से ले आया गया है। इन यात्रियों को लेकर एक अमेरिकी विमान बुधवार को अमृतसर हवाई अड्डे पर उतरा। इन निर्वासितों में शामिल जसपाल सिंह ने दावा किया कि पूरी यात्रा के दौरान उन लोगों के हथकड़ी और पैरों में बेड़ियां बांधी गईं। इन 104 निर्वासित भारतीयों में तीन उत्तर प्रदेश के भी रहने वाले हैं। इसके अलावा 33-33 लोग हरियाणा और गुजरात से, 30 पंजाब से, तीन महाराष्ट्र और दो चंडीगढ़ से हैं।निर्वासित लोगों में 19 महिलाएं और 13 नाबालिग शामिल हैं, जिनमें एक चार वर्षीय लड़का और पांच व सात वर्ष की दो लड़कियां शामिल हैं। यूपी के तीन लोग भी अमेरिका से वापस भेजे गए हैं। इनमें 19 साल के रक्षित और 38 साल के देवेंद्र मुजफ्फरनगर के रहने वाले हैं। इसी तरह 24 साल के गुरप्रीत सिंह पूरनपुर पीलीभीत के निवासी हैं। अवैध प्रवासियों के खिलाफ कार्रवाई के तहत डोनाल्ड ट्रंप सरकार की तरफ से वापस भेजा गया यह भारतीयों का पहला जत्था है।
‘एजेंट ने धोखा दिया, 30 लाख में सौदा तय हुआ था’
जसपाल सिंह ने बताया कि एक ट्रैवल एजेंट ने उनके साथ धोखाधड़ी की है, क्योंकि उनसे वादा किया गया था कि उन्हें कानूनी तरीके से अमेरिका भेजा जाएगा। मैंने एजेंट से कहा था कि वह मुझे उचित वीजा (अमेरिका के लिए) के साथ भेजे। लेकिन उसने मुझे धोखा दिया। सौदा 30 लाख रुपये में हुआ था। वह पिछले साल जुलाई में हवाई जहाज से ब्राजील पहुंचा था। वादा किया गया था कि अमेरिका की अगली यात्रा भी हवाई जहाज से ही होगी। हालांकि उसके एजेंट ने उसे धोखा दिया, जिसने उसे अवैध रूप से सीमा पार करने के लिए मजबूर किया।