पीटीआई,गुवाहाटी। असम के कोकराझार जिले में गुरुवार तड़के कोकराझार और सलाकाटी स्टेशनों के बीच रेलवे ट्रैक पर शक्तिशाली आइईडी विस्फोट के बाद ट्रेन सेवाएं बाधित हो गईं। किसी के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन विस्फोट के कारण कम से कम एक मीटर ट्रैक क्षतिग्रस्त हो गया जिसके परिणामस्वरूप व्यस्त मार्ग पर ट्रेनों का परिचालन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
पुलिस ने इस घटना में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति की पहचान कर ली है। कोकराझार और आसपास के जिलों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और प्रमुख रेलवे मार्गों पर गश्त बढ़ा दी गई है क्योंकि जांचकर्ता अपराधियों का पता लगाने और विस्फोट के पीछे के मकसद का पता लगाने में जुटे हैं।
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि पुलिस ने इस घटना में कथित रूप से शामिल एक व्यक्ति की पहचान कर ली है। उसके खिलाफ असम और झारखंड में कई मामले दर्ज हैं।
यह पूछे जने पर कि क्या विस्फोट के पीछे किसी उग्रवादी संगठन का हाथ है, उन्होंने कहा, ”हमें केवल एक व्यक्ति की पहचान मिली है। उसके पीछे किसी संगठन का हाथ है या नहीं, यह जांच के अगले चरण में ही पता चलेगा।”
कोकराझार के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पुष्पराज सिंह के अनुसार, कोकराझार रेलवे स्टेशन से लगभग पांच किलोमीटर पूर्व में एक इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आइईडी) में विस्फोट हुआ, जिससे ट्रैक को भारी नुकसान पहुंचा और अप एवं डाउन दोनों लाइनों पर ट्रेनों की आवाजाही रोकनी पड़ी।
एहतियात के तौर पर तुरंत यातायात रोक दिया गया, जिससे कई ट्रेनें आस-पास के स्टेशनों पर फंस गईं और सैकड़ों यात्री घंटों तक फंसे रहे। विस्फोट की खबर फैलते ही यात्रियों में दहशत और भ्रम की स्थिति पैदा हो गई, जबकि आपातकालीन घोषणाओं में यात्रियों को शांत रहने और आगे के निर्देशों की प्रतीक्षा करने की सलाह दी गई।
विस्फोट के तुरंत बाद रेलवे विभाग, सुरक्षा एजेंसियों और बम निरोधक इकाइयों की टीमें घटनास्थल पर पहुंच गईं। घटनास्थल की घेराबंदी कर दी गई और विशेषज्ञों ने फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए।
मरम्मत कार्य और स्थिति की समीक्षा के लिए वरिष्ठ पुलिस और रेलवे अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ”ट्रैक की मरम्मत कर दी गई है और इस मार्ग पर ट्रेन सेवाएं फिर से शुरू कर दी गई हैं। हमने इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी है।”