इमेज कैप्शन, आईपीएस अधिकारी वाई पूरन कुमार का शव चंडीगढ़ स्थित उनके घर पर मिला था
हरियाणा के आईपीएस अफ़सर वाई. पूरन कुमार के कथित आत्महत्या के मामले में एफ़आईआर दर्ज हो चुकी है लेकिन सवाल अब भी बरक़रार हैं.
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक़ एफ़आईआर दर्ज होने के एक दिन बाद उनकी पत्नी ने शुक्रवार को पुलिस को पत्र लिखकर उसमें दी गई “अधूरी जानकारी” पर सवाल उठाया.
उन्होंने अपनी शिकायत में “सभी अभियुक्तों के नाम सही तरीक़े से दर्ज किए जाने की मांग की है.”
इस मामले में हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर और रोहतक के एसपी नरेंद्र बिजारनिया के ख़िलाफ़ भी मामला दर्ज किया गया है. साथ ही इस मामले की जांच के लिए एक छह सदस्यीय एसआईटी कमिटी का गठन कर दिया गया है.
बीबीसी हिंदी के व्हॉट्सऐप चैनल से जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक करें
इस कमिटी की अध्यक्षता चंडीगढ़ के आईजी पुलिस पुष्पेंद्र कुमार करेंगे.
वाई. पूरन कुमार का शव मंगलवार को चंडीगढ़ के सेक्टर 11 स्थित उनके आवास पर मिला था. पुलिस के अनुसार शुरुआती जांच से पता चला है कि यह आत्महत्या का मामला है, जिसकी जांच की जा रही है.
वाई पूरन कुमार की पत्नी अमनीत पी कुमार सीनियर आईएएस अधिकारी हैं.
अमनीत पी कुमार ने चंडीगढ़ पुलिस के एसएसपी कंवरदीप कौर को पत्र लिखकर कहा है कि एफ़आईआर में ‘एससी/एसटी’ क़ानून की जो हल्की धाराएं” जोड़ी गई हैं, उन्हें संशोधित किया जाए. शिकायत की एक कॉपी बीबीसी के पास है.
पत्नी की शिकायत में क्या कहा गया है?
इमेज स्रोत, Nayab Singh Saini/FB
इमेज कैप्शन, हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी पूरन कुमार के घर उन्हें श्रद्धांजलि देने पहुंचे थे.
चंडीगढ़ पुलिस ने गुरुवार देर शाम आत्महत्या के लिए उकसाने और एससी/एसटी क़ानून की कुछ धाराओं के तहत एक एफ़आईआर दर्ज की थी.
यह एफ़आईआर उस “अंतिम नोट” के आधार पर दर्ज की गई है, जिसे मृतक पुलिस अधिकारी ने छोड़ा था.
पूरन कुमार की पत्नी ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उनके पति के कथित सुसाइड नोट में जिन लोगों का ज़िक्र है, उनके ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की जाए और उन्हें गिरफ्तार किया जाए.
अमनीत पी कुमार ने बुधवार को चंडीगढ़ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की थी.
वाई पूरन कुमार कौन थे?
वाई पूरन कुमार मुख्य रूप से आंध्र प्रदेश के थे और इंजीनियरिंग स्नातक थे.
वह हरियाणा कैडर के 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी थे. अपने करियर के दौरान, उन्होंने अंबाला और कुरुक्षेत्र में एसपी के रूप में कार्य किया. इसके बाद, उन्होंने अंबाला और रोहतक रेंज के आईजी के रूप में काम किया.
उनकी पत्नी हरियाणा सरकार में आईएएस अधिकारी हैं और विदेश सहयोग विभाग में आयुक्त और सचिव के पद पर तैनात हैं.
घटना के समय वह हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ जापान दौरे पर गए प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थीं.
मामले को लेकर हरियाणा सरकार असमंजस में
इमेज स्रोत, Nayab Singh Saini/FB
इमेज कैप्शन, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पूरन कुमार की पत्नी के साथ एक घंटे तक बातचीत की थी लेकिन बाद में वह मीडिया से कुछ बोले बिना निकल गए.
हरियाणा सरकार इस मामले को लेकर विवादों में घिर गई है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने गुरुवार को जापान यात्रा से लौटने के बाद चंडीगढ़ में वाई पूरन कुमार के परिजनों से मुलाक़ात की थी.
मुख्यमंत्री ने वाई पूरन कुमार की आईएएस पत्नी अमनीत पी कुमार से बात की थी. क़रीब एक घंटे तक चली बैठक के बाद मुख्यमंत्री मीडिया से बातचीत किए बिना ही चले गए थे.
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी बुलाई थी, लेकिन वह भी रद्द कर दी गई.
दूसरी ओर, मीडिया के बार-बार पूछे गए सवालों के जवाब में हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने सिर्फ़ इतना कहा, “वाई पूरन कुमार एक सक्षम अधिकारी थे और इससे ज़्यादा मैं कुछ नहीं कह सकता.”
मुख्यमंत्री नायब सैनी ने गुरुवार शाम हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत सिंह कपूर को अपने आवास पर बुलाया और घटना की जानकारी ली थी.
इस बीच, बीबीसी ने हरियाणा के डीजीपी से इस मामले पर उनका पक्ष जानने के लिए संपर्क करने की कोशिश की.
संपर्क करने पर पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि डीजीपी जब इस मामले पर अपना पक्ष रखेंगे, तब जानकारी साझा की जाएगी.
चंडीगढ़ पुलिस की प्रतिक्रिया
चंडीगढ़ पुलिस ने कहा था, ”सेक्टर 11 स्थित पुलिस स्टेशन में एक आईपीएस अधिकारी की आत्महत्या की जांच की जा रही है.”
चंडीगढ़ पुलिस द्वारा जारी प्रेस नोट के अनुसार घर के सीसीटीवी कैमरों की जांच की गई है.
इसके अलावा, जिस कमरे में घटना हुई थी उसे सील कर दिया गया है. इसके अलावा, सीएफएसएल टीम ने घर से कथित सुसाइड नोट के अलावा कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी ज़ब्त किए हैं.
(आत्महत्या एक गंभीर मनोवैज्ञानिक और सामाजिक समस्या है.अगर आप भी तनाव से गुज़र रहे हैं, तो भारत सरकार की स्पाउस हेल्पलाइन 1800 233 3330 पर मदद ले सकते हैं. आपको अपने दोस्तों और रिश्तेदारों से भी बात करनी चाहिए.)
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.