पाकिस्तान को ठहराया हमले का जिम्मेदार
विक्रम मिसरी ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जिक्र किया। मुंबई हमलों के बाद से बड़ा आतंकी हमला था। उन्होंने कहा कि यह हमला बर्बरतापूर्ण था। मिसरी ने पाकिस्तान को सीमापार आतंकी हमले का दोषी ठहराया। इसके साथ ही हमले के पीछे सांप्रदायिक दंगे की मंशा की बात कही। विदेश सचिव ने टीआरएफ के जिम्मेदारी लेने की बात कही। पाकिस्तान के साथ आतंकियों के संबंध उजागर हुए।
मिसरी ने कहा कि हमलावरों की पहचान हुई। उन्होंने कहा कि हमलों की रूपरेखा पाकिस्तान के सीमापार आतंकवाद से जुड़ी हुई है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान दुनियाभर में आतंक के शरणस्थल के रूप में पहचान बना चुका है। पीसी की शुरुआत में 2001 के संसद पर आतंकी हमले के वीडियो से हुई।आर्मी की तरफ से कर्नल सोफिया कुरैशी और एयरफोर्स की तरफ से स्क्वॉड्रन लीडर व्योमिका सिंह ने भारतीय डिफेंस फोर्स की तरफ से किए जाने वाले ऑपरेशन की जानकारी दी। प्रेस कॉन्फ्रेस में की शुरुआत विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने की।
आर्म्ड फोर्सेज ने क्या कहा
कर्नल सोफिया कुरैशी ने कहा कि यह ऑपरेशन पहलगाम में हुए वीभत्स आतंकी हमलों के जवाब में किया गया। इस कार्रवाई में 9 आतंकी कैपों को तबाह किया गया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में पिछले 3 दशक से आतंकवाद इंफ्रास्ट्रक्चर बना रहा है। उन्होंने कहा कि हमला रात 1.05 से 1.30 बजे के बीच किया गया। यह ऑपरेशन 25 मिनट तक चला। इन टारगेट का चयन विश्वसनीय सूचना के आधार पर किया गया। यह सुनिश्चित किया गया कि इसमें आम लोगों को नुकसान ना पहुंचे।
पीएम के आवास पर सीसीएस की मीटिंग
ऑपरेशन सिंदूर के बाद चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ अनिल चौहान ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की। दोनों की बीच बैठक के दौरान सीडीएस चौहान ने रक्षा मंत्री को ऑपरेशन को लेकर जानकारी दी। उन्होंने रक्षा मंत्री को एयरस्ट्राइक को लेकर जानकारी दी। इसके बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पीएम मोदी से बातचीत की। राजनाथ सिंह पीएम आवास पर पहुंचे। पीएम मोदी के आवास पर सीसीएस की बैठक हो रही है। इस बीच सभी अद्धसैनिक बलों की छुट्टियां रद करने की भी खबर है। गृह मंत्री अमित शाह ने बीएसएफ के डीजी से भी बातचीत की।
पाकिस्तान में सेना का वार
भारतीय सेना ने पाकिस्तान और पीओके में मौजूद 9 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया। इस एयर स्ट्राइक को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का नाम दिया गया है। इनमें आतंकवादी समूह लश्कर-ए-मोहम्मद का गढ़ बहावलपुर भी शामिल रहा। हमले में जैश-ए-मोहम्मद का हेडक्वार्टर भी तबाह हो गया। भारतीय सशस्त्र बलों की कार्रवाई केंद्रित, नपी-तुली रही है। भारत ने टारगेट के चयन और क्रियान्वयन के तरीके में काफी संयम दिखाया है।
दुनिया को दी थी जानकारी
इससे पहले भारत ने बुधवार तड़के अमेरिका, रूस, ब्रिटेन और सऊदी अरब सहित कई प्रमुख देशों से संपर्क किया। भारत की तरफ से इन देशों को पाकिस्तान तथा पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर किए गए सैन्य हमले के बारे में जानकारी दी। ये सैन्य हमले पहलगाम आतंकी हमले के बाद जवाबी कार्रवाई के तौर पर किए गए हैं। 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले के दो सप्ताह बाद की गई है। हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे।