- Author, जाह्नवी मुले
- पदनाम, बीबीसी संवाददाता
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मुंबई की युवा बल्लेबाज़ आयरा जाधव ने अंडर-19 घरेलू क्रिकेट मैच में धुआंधार बल्लेबाज़ी करते हुए तिहरा शतक जमाकर शानदार रिकॉर्ड बनाया है.
14 साल की आयरा जाधव बीसीसीआई के वुमंस अंडर-19 एक दिवसीय इंटरनेशनल क्रिकेट टूर्नामेंट में मुंबई की ओर से ओपनिंग करने उतरी थीं.
मेघालय के ख़िलाफ़ उन्होंने 157 गेंदों में नाबाद 346 रन बनाए. अंडर-19 क्रिकेट में किसी भारतीय खिलाड़ी (पुरुष और महिला) का अब तक का सबसे बेहतरीन रिकॉर्ड है.
इससे पहले का रिकॉर्ड महाराष्ट्र की स्मृति मंधाना के नाम था.
बेंगलुरु के अलूर क्रिकेट ग्राउंड में खेलते हुए उन्होंने मेघालय की गेंदबाज़ी की बखिया उधेड़ते हुए 42 चौके और 16 छक्के जड़े.
आयरा की पारी की बदौलत मुंबई ने 50 ओवरों में तीन विकेट के नुक़सान पर 563 रन बनाए.
भारत में किसी भी टूर्नामेंट और किसी भी एज ग्रुप में एक महिला टीम की ओर से खड़ा किया गया सबसे विशाल स्कोर है.
544 रनों से मेघालय को हराया
अंडर-19 वुमेंस वन डे कप, बेंगलुरू के अलूर क्रिकेट ग्राउंड में 12 जनवरी को खेला जा रहा है. यह मैच मेघालय और मुंबई के बीच हो रहा है.
मैच में मेघालय ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी चुनी. बल्लेबाज़ी करने उतरी मुंबई टीम ने 50 ओवरों में कुल 563 रन बने.
इसमें आयरा जाधव ने 346 रन, हर्ले गाला ने 116 रन और दीक्षा पवार ने 39 रन बनाए.
आयरा ने 274 रन कप्तान हर्ले के साथ मिलकर और 186 रन दीक्षा पवार के साथ मिलकर बनाए.
564 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मेघालय की टीम को मुंबई टीम की गेंदबाज़ों ने खुलकर खेलने का मौक़ा नहीं दिया और महज़ 26 ओवरों में ही पूरी टीम को आउट कर दिया.
मेघालय की टीम केवल 19 रन ही बना सकी.
मुंबई की गेंदबाज़ जिया मंद्रावाडकर और ययाति ने तीन-तीन विकेट झटके, जबकि रितिका यादव और अक्षया शिंदे ने दो-दो विकेट लिए.
इसके साथ ही मुंबई की टीम ने 544 रनों के विशाल अंतर से यह मैच जीत लिया.
आयरा का सफ़र
19 फ़रवरी 2010 को जन्मीं आयरा अगले महीने ही 15 साल की हो जाएंगी.
आयरा के पिता सचिन जाधव डेटा एनॉलिटिक्स में काम करते थे जबकि उनकी पत्नी शिल्पा पहले बैंक में काम करती थीं. उनकी बड़ी बहन नेहा अभी बारहवीं में हैं.
जाधव परिवार पहले पुणे में रहता था. लेकिन आयरा की खेल में प्रगति को देखकर सचिन और शिल्पा ने 2022 में मुंबई जाने का फै़सला किया. तब आयरा 11-12 साल की थीं.
आयरा ने पहली बार घर पर क्रिकेट खेलना तब शुरू किया जब वह 8 साल की थीं और धीरे-धीरे उनकी इस खेल में दिलचस्पी बढ़ती गई.
आयरा भारतीय क्रिकेटर जेमिमा रोड्रिग्स की प्रशंसक हैं और महिला टीम के प्रदर्शन को देखने के बाद उन्होंने कम उम्र में ही क्रिकेट में करियर बनाने का फै़सला कर लिया था.
आयरा दाहिने हाथ की बल्लेबाज़ हैं, जबकि उनकी गेंदबाज़ी स्टाइल दाहिने हाथ की मध्यम-तेज़ है.
वो मुंबई के शारदाश्रम विद्यामंदिर इंटरनेशनल स्कूल में पढ़ती हैं. इसी स्कूल से सचिन तेंदुलकर और विनोद कांबली ने भी पढ़ाई की थी.
आयरा के पिता उन्हें कोच कल्पना मुरकर और उनके बेटे वैदिक मुरकर के पास ले गए और उनके निर्देशन में आयरा ने शिवाजी पार्क में अभ्यास शुरू किया.
कल्पना, रमाकांत आचरेकर की बेटी हैं और जिन्होंने सचिन और कांबली को ट्रेनिंग दी थी.
कल्पना बताती हैं, “जब वह आई थी, बहुत छोटी थी. मुझे याद है कि वह शुरू से ही अच्छा खेलती थी.”
शिवाजी पार्क में ग्लोरियस क्रिकेट क्लब के लिए खेलते हुए आयरा ने अपने खेल से लोगों का ध्यान आकर्षित किया. यहां कम उम्र के समूहों में लड़के लड़कियां एक साथ खेलते हैं.
कल्पना कहती हैं, “आयरा बैटिंग करने आती थी तो गेंद हासिल करना मुश्किल होता था. उसे आसानी से आउट करना मुश्किल होता था. उसका खेल बहुत टफ़ और मज़बूत है. उसके प्रदर्शन ने जल्द ही उसे मुंबई की अंडर-15 टीम में जगह दिला दी.”
डब्ल्यूपीएल से निराश, पर भारतीय टीम में मिली एंट्री
नवंबर 2024 में आयरा को मुंबई की सीनियर टी20 टीम में भी जगह मिल गई. उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में राष्ट्रीय महिला टी20 टूर्नामेंट के फ़ाइनल में मुंबई के लिए खेला.
आयरा को उसी साल अंडर-19 एशिया कप के लिए भारतीय टीम में जगह मिल जाती, लेकिन पिछले दिन फ़ील्डिंग के दौरान चोटिल होने के कारण उन्होंने यह मौक़ा गंवा दिया.
पिछले महीने ही दिसम्बर में 2025 वुमंस प्रीमियर लीग की नीलामी में आयरा को शामिल किया गया था लेकिन उन्हें कोई ख़रीदार नहीं मिला.
इस ऑक्शन में शामिल की गईं 14 साल की आयरा और 13 साल की अंशु नागर सबसे युवा खिलाड़ी थीं.
हालांकि कुछ दिनों बाद ही आयरा का नाम आईसीसी अंडर-19 टी20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम में रिज़र्व प्लेयर के रूप में घोषित किया गया. यह टूर्नामेंट 18 जनवरी से मलेशिया में खेला जाना है.
पिता ने क्या कहा
आयरा के शानदार प्रदर्शन की हर तरफ़ तारीफ़ हो रही है लेकिन उनके पिता सचिन जाधव कहते हैं कि उन्हें इस बात का अंदाज़ा नहीं था कि आयरा इतना बड़ा रिकॉर्ड खड़ा कर देंगी.
बीबीसी मराठी से बात करते हुए सचिन जाधव ने कहा, “हमें पता था कि आयरा अच्छा खेल रही है, अच्छे रन बना रही है क्योंकि हम स्कोर देख रहे थे. लेकिन हमने यह उम्मीद नहीं की थी कि यह एक रिकॉर्ड बनेगा. इसलिए जब हमें रिकॉर्ड मिला तो हम घर पर बहुत खुश थे.”
आयरा के खेल के लिए उनके पिता ने कुछ महीने पहले ही अपनी नौकरी छोड़ने का फै़सला किया था.
सचिन जाधव का कहना है कि आयरा को गणित पसंद है.
वह कहते हैं, “वह सीनियर ग्रुप में खेलती थी, लेकिन अभी भी हमारे लिए बहुत छोटी है. इसलिए हम जितना हो सके उसकी देखभाल करते हैं. मैं और मेरी पत्नी जब भी संभव हो उसके साथ जाते हैं.”
उनका मानना है कि जब आयरा ने शुरुआत की थी तो लड़कियों की ज़्यादा टीमें नहीं थीं और लड़के और लड़कियां एक साथ खेलते थे लेकिन छह साल बाद चीजें बदल गई हैं.
उनका यह भी कहना है कि लड़कियों के क्रिकेट खेलने के लिए माहौल अनुकूल बन रहा है.
सचिन जाधव कहते हैं, “आज भी लड़कियों की क्रिकेट की दुनिया छोटी है, सभी माता-पिता एकदूसरे को जानते हैं, समय-समय पर एकदूसरे की मदद करते हैं. आज भी मेरे पास कई लोगों के फ़ोन आए, सभी खुश हैं. जब कोई अच्छा खेलता है, तो सराहना करते हैं. लोग एकदूसरे का समर्थन करें, मुझे लगता है कि यह महत्वपूर्ण है.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित