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आरजी कर बलात्कार-हत्या मामले की पीड़िता के पिता ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत से मुलाक़ात की है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक,
पीड़िता के पिता ने बताया कि मोहन भागवत ने कहा है कि वो न्याय दिलाने के लिए कोशिश
करेंगे.
पीड़िता के पिता ने बताया, “हम
सुबह ग्यारह बजे उनसे मिले थे. हमारी मुलाक़ात आधा घंटा चली. उन्होंने (भागवत) बताया कि वो इस केस के बारे में थोड़ा-थोड़ा जानते थे. लेकिन, इसके अंदर क्या है,
यह उनको नहीं मालूम था.
उन्होंने बताया, “हम देखेंगे कि आपको कैसे न्याय मिले? हम कोशिश करेंगे आपको न्याय दिलाने के लिए. हमने उनको एक ख़त दिया है, और
जिनको हम संदेह के नज़रिए से देखते हैं, उन नामों की एक लिस्ट भी उनको दिया है.
“उन्होंने (भागवत) कहा है कि हम देखेंगे. छानबीन करेंगे और आपको न्याय मिले, हम
कोशिश करेंगे. उन्होंने बोला है, तो भरोसा तो रखना ही पड़ेगा. हम न्याय के लिए हर
संभव अपील करेंगे.”
क्या है आरजी कर केस?
9 अगस्त, 2024 को 31 साल
की एक महिला ट्रेनी डॉक्टर का शव आरजी कर अस्पताल के कॉन्फ़्रेंस रूम में मिला था. जांच में पता चला
था कि इस डॉक्टर का पहले बलात्कार किया गया और फिर उनकी हत्या कर दी गई थी.
इस घटना के बाद कोलकाता में प्रदर्शन शुरू हो गए थे.
दो महीने से भी ज़्यादा समय तक राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं ठप रहीं थीं. 18 जनवरी
को कोलकाता के सियालदह कोर्ट ने इस मामले में फ़ैसला सुनाया था.
अदालत ने दोषी संजय रॉय को भारतीय न्याय संहिता की धारा 64 और
103
(1) के तहत दोषी ठहराया था.
अदालत ने कहा था कि दोषी संजय रॉय को उसकी मौत होने
तक जेल में ही रहना होगा. संजय रॉय पर 50 हज़ार रुपये का जुर्माना
भी लगाया गया.
जज ने राज्य सरकार को पीड़िता के परिवार को 17 लाख
रुपये बतौर मुआवज़ा देने के आदेश भी दिए.