पुलिस की पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि अपने पति राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम वापस इंदौर आई और 14 दिनों तक किराए के एक फ्लैट में छिपकर रही। सोनम को मालूम था कि राजा की हत्या के बाद उसे लंबे वक्त तक अंडरग्राउंड रहना पड़ेगा। इसीलिए, एक महीने पहले ही उसने इंदौर में यह फ्लैट किराए पर ले लिया था।
फ्लैट पर आकर मिलता था राज
इंदौर में रहने के दौरान राज कुशवाहा लगातार उससे मिलने आता था। दुनिया की नजरों से छिपकर दोनों फ्लैट में ही मिलते। सोनम से मुलाकात के बाद वह उसके पिता की प्लाईवुड फैक्ट्री में जाता और इसलिए उसे ऑफिस पहुंचने में देर भी हो जाती थी। उधर, अपनी बहन और जीजा की तलाश में शिलॉन्ग गए सोनम के भाई गोविंद को जब यह बात पता चली तो उन्होंने फोन पर राज से देर से आने का कारण भी पूछा।
राजा से जुड़ी एक-एक खबर पर नजर
14 दिनों तक इंदौर में छिपकर रही सोनम बंद कमरें में टीवी चलाकर लगातार राजा से जुड़ी खबरों पर नजर रखती थी। वह फ्लैट से बाहर नहीं निकलती थी और अपने पति राजा से जुड़ी हर खबर का अपडेट लेती थी। राज कुशवाहा ने किसी और के नाम से ऑनलाइन ऑर्डर कर, उसके लिए एक महीने का राशन भी फ्लैट पर भेज दिया था।
सोनम इंदौर से क्यों निकली?
पुलिस का कहना है कि इंदौर में 14 दिनों तक रुकने के बाद सोनम यूपी के रामपुर जाने के लिए निकली। राज कुशवाहा मूल तौर पर रामपुर के ही एक गांव का रहने वाला है। दरअसल, सोनम को भनक लग गई थी कि राजा की हत्या से जुड़े कुछ सबूत पुलिस को मिल गए हैं और इसीलिए उसने इंदौर छोड़ दिया। हालांकि, जब 8 जून को उसे अपने साथियों की गिरफ्तारी का पता चला तो वह गाजीपुर पहुंची और लूट की फर्जी कहानी सुनाकर पुलिस के सामने आई।
राजा से छिपकर राज से बातें
पुलिस के मुताबिक, सोनम जब अपने पति राजा रघुवंशी के साथ हनीमून पर गई तो रास्ते में लगातार प्रेमी राज के संपर्क में थी। राजा की नजरों से बचने के लिए उसने अपने मोबाइल में चैटिंग के लिए कुछ खास और अलग-अलग ऐप्स डाउनलोड कर रखे थे। वह अपनी लोकेशन भी लगातार शेयर कर रही थी ताकि तीनों कॉन्ट्रैक्ट किलर उसके आसपास ही रहें।
9 लाख रुपये कैश लेकर गई थी सोनम
पुलिस का कहना है कि राजा की हत्या की साजिश सोनम और राज ने मिलकर शादी से 11 दिन पहले ही तैयार कर ली थी। राजा की हत्या से लेकर, इंदौर में छिपने और इसके बाद लूट की फर्जी कहानी सुनाने तक, सोनम का प्लान पूरी तरह से मजबूत था। छिपने के दौरान ऑनलाइन ट्रांजेक्शन से बचने के लिए वह अपने साथ 9 लाख रुपये लेकर गई थी।