मध्य पूर्व में जारी तनाव पर भारत चिंतित है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने सभी पक्षों से शांति की अपील की। उन्होंने कहा कि मध्य पूर्व से भारत के हित जुड़े हैं। जयशंकर ने यह भी कहा कि भारत मौजूदा समय में ईरान और इजरायल दोनों के संपर्क में है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में तत्काल सीजफायर लागू करना चाहिए।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारत ने एक बार फिर यूक्रेन-रूस के हालात के साथ ही पश्चिम एशिया की तनावपूर्ण स्थिति पर गहरी चिंता जताई है और सभी संबंधित देशों व दूसरे प्रमुख देशों से आह्वान किया है कि वह इसे हल करने में शीघ्रता दिखाएं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रोम मेडिटेरिनियन डायलॉग-2024 में पश्चिम एशिया की स्थिति को सीधे तौर पर भारत के हितों से जोड़ते हुए कहा कि इन देशों में 90 लाख भारतीय रहते हैं, खाड़ी के देशों के साथ भारत का सालाना कारोबार 160-180 अरब डॉलर का है।
मध्य पूर्व की स्थिति चिंताजनक
फलीस्तीन समस्या का समाधान होना चाहिए
भूमध्य सागर के साथ भारत के हित जुड़े
जयशंकर ने अपने भाषण की शुरूआत में ही कहा कि पूरा भूमध्य सागर के साथ भारत का हित जुड़ा हुआ है और भारत इस क्षेत्र में यथाशीघ्र शांति के पक्ष में है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के देशों के साथ भारत का द्विपक्षीय कारोबार 80 अरब डॉलर का है और यहां 4.60 लाख भारतीय रहते हैं। उर्वरक, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, रक्षा जैसे क्षेत्रों के लिए यह भारत के लिए यह क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है।
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