इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने बताया है कि नेतन्याहू के निजी आवास की ओर लेबनान की तरफ से एक ड्रोन छोड़ा गया है. नेतन्याहू का घर समुद्र किनारे बसे सिज़ेरिया शहर में है.
बिन्यामिन नेतन्याहू ने इस घटना पर प्रतिक्रिया दी है और कहा कि हिज़्बुल्लाह ने मेरी हत्या की कोशिश करके बहुत बड़ी गलती की है.
प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में बताया, “जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त प्रधानमंत्री और उनकी पत्नी वहां पर नहीं थीं. इस घटना में कोई भी घायल नहीं हुआ है.”
यह बयान ऐसे समय आया जब इससे पहले इसराइली सेना ने कहा था कि शनिवार तड़के लेबनान की तरफ से इसराइल की तरफ तीन ड्रोन छोड़े गए हैं, जिनमें से एक सिज़ेरिया शहर की एक इमारत से टकराया.
बिन्यामिन नेतन्याहू ने क्या प्रतिक्रिया दी?
बिन्यामिन नेतन्याहू ने अपने निजी आवास पर छोड़े गए ड्रोन को लेकर कहा, “ईरान के ‘प्रॉक्सी’ हिज़्बुल्लाह का मेरी और मेरी पत्नी की हत्या करने की कोशिश करना बहुत बड़ी गलती है.”
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “यह मुझे या इसराइल को हमारे भविष्य को सुरक्षित करने के लिए अपने दुश्मनों के ख़िलाफ़ युद्ध जारी रखने से नहीं रोकेगा.”
” मैं ईरान और उसके ‘प्रॉक्सी’ से कहना चाहता हूं”
” जो भी हमारे लोगों को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करेगा उसे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. हम आतंकवादियों को ख़त्म करना जारी रखेंगे. हम अपने बंधकों को ग़ज़ा से वापस घर लाएंगे.”
“हम मिलकर लड़ेंगे और ऊपर वाले की मदद से साथ मिलकर हम जीतेंगे”
इस घटना के बाद इसराइल के प्रधानमंत्री बिन्यामिन नेतन्याहू ने कहा कि सिज़ेरिया पर हुआ हमला उन्हें नहीं रोक सकता और इसराइल को जब तक ‘जीत’ नहीं मिल जाती तब तक वह हमास के ख़िलाफ़ अपनी जंग जारी रखेगा.
इससे पहले सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में नेतन्याहू ने कहा, “हमने हत्यारे याह्या सिनवार को मार दिया है.”
नेतन्याहू ने कहा, “मैंने कहा कि हम फिर खड़े होने के लिए युद्ध लड़ रहे हैं और हम अंत तक आगे बढ़ते रहेंगे.”
बीबीसी संवाददाता टॉम बेनेट के मुताबिक़ नेतन्याहू अपने रहने के लिए दो निजी घरों का इस्तेमाल करते हैं, एक सिज़ेरिया में है जबकि दूसरा यरुशलम में है.
नेतन्याहू ने बेत अघियोन में भी समय बिताया है. यह इसराइल के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास है, जो यरुशलम में है. वर्तमान में इसका रिनोवेशन किया जा रहा है.
ताज़ा घटना के बारे में सेना ने क्या कहा?
इसराइल के स्थानीय समय के मुताबिक़ सुबह 8 बजकर 19 मिनट पर इसराइली सेना (आईडीएफ) ने कहा, “पिछले घंटे लेबनान की ओर से तीन मानवरहित हवाई यान (ड्रोन) इसराइल में घुसे.”
“इनमें से दो विमानों को रोकने में कामयाबी मिली, जबकि तीसरा विमान सिज़ेरिया शहर की एक इमारत से टकराया है. इसमें कोई भी घायल नहीं हुआ है.”
इसराइली सेना का कहना है कि लेबनान की तरफ से शनिवार को क़रीब 55 रॉकेट भी उत्तरी इसराइल की तरफ दाग़े गए हैं.
इन हमलों में एक आदमी की मौत छर्रे लगने से हुई और कम से कम नौ लोग घायल हैं.
शनिवार को इसराइल ने लेबनान में बेरुत के नज़दीक हमला करना जारी रखा है, जिसे वह ईरान समर्थित हिज़्बुल्लाह के ठिकाने बताता आया है.
इसराइल ने लेबनान पर किया हमला
मध्य पूर्व के बीबीसी के स्थानीय संपादक सेबास्टियन अशर के मुताबिक़ लेबनान की ओर से बिन्यामिन नेतन्याहू के घर की ओर ड्रोन छोड़े जाने के बाद इसराइली सेना ने बेरूत के दक्षिणी शहरों में हवाई हमले किए हैं.
एक घंटे के भीतर इसराइली सेना ने बेरूत के दक्षिण इलाके को खाली करने की तीन बार चेतावनी जारी की.
शनिवार को इसराइली सेना ने लेबनान की राजधानी बेरुत के नज़दीक कम से कम 12 हवाई हमले किए हैं. इसके अलावा उसने लेबनान के दूसरे हिस्सों और बेका घाटी में भी हमले किए हैं.
लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि जोनिया में हुए इसराइली हमले में दो लोग मारे गए हैं. ईसाई बहुल यह शहर बेरूत के उत्तर में बसा है.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक़ हाईवे पर एक चलती हुई कार पर हमला हुआ.
यह हमला पिछले हमलों से अलग है क्योंकि अब तक इसराइल ने उन इलाकों पर हमला किया है जहां शिया बहुल आबादी है. हिज़्बुल्लाह की उपस्थिति इन्हीं इलाकों में है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित