रिजर्व बैंक ने फरवरी और अप्रैल 2025 में हर बार 25 bps रेपो रेट कम किया था। लगातार दो बार रेट कट होने से बैंकों ने एफडी की ब्याज दरों में भारी कटौती की है। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार फरवरी 2025 से एफडी की दरों में 30 से 70 bps की कमी आई है। फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें कम होने के साथ-साथ बैंक बचत खातों पर भी ब्याज दरें कम कर रहे हैं। रिजर्व बैंक ने अब तक तीन बार रेपो रेट कम किया है। एसबीआई रिसर्च की रिपोर्ट के अनुसार, आने वाली तिमाहियों में डिपॉजिट दरों में भारी गिरावट आने की उम्मीद है। FY26 में 100 bps तक रेपो रेट में कटौती हो सकती है।
कितनी हो गई ब्याज दर?
इस साल फरवरी से पहले तक जहां कई बैंक एफडी पर सालाना 9 फीसदी से ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे थे, वहीं अब यह घटकर 7 फीसदी से भी नीचे आ गई है। हालांकि कुछ बैंक अभी भी 8 फीसदी से इससे ज्यादा ब्याज ऑफर कर रहे हैं, लेकिन अब रेपो रेट में कमी के बाद इन्हें भी ब्याज दर में कमी करनी होगी। ऐसे में आने वाले दिनों में एफडी की ब्याज दरों में और बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है।
क्या हैं निवेशकों के पास विकल्प?
एफडी ने निवेश करने वालों को अब अपनी रणनीति में बदलाव करना होगा। फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरें आने वाले महीनों में गिरने की उम्मीद है। हालांकि, इसमें कुछ समय लग सकता है। अभी भी कई बैंक हैं जो आकर्षक दरों पर एफडी दे रहे हैं। इसलिए, एफडी निवेशकों के लिए यह जरूरी है कि वे जल्द से जल्द मौजूदा उच्च दरों पर एफडी बुक करें।
वहीं कुछ बैंक अभी भी लंबी अवधि के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 8% या उससे अधिक की ब्याज दरें दे रहे हैं। लेकिन, अभी एफडी पर सबसे ज्यादा ब्याज दरें स्मॉल फाइनेंस बैंक दे रहे हैं। इसलिए आपको अपनी मूल राशि की सुरक्षा की जांच करनी चाहिए। अगर आप किसी ऐसे बैंक में FD बुक करते हैं जिसे जोखिम भरा माना जाता है, तो बेहतर होगा कि आप अपनी FD को इस तरह बुक करें कि वह 5 लाख रुपये के डिपॉजिट इंश्योरेंस कवर के अंतर्गत आए। कई बड़े बैंक वर्तमान में लंबी अवधि के फिक्स्ड डिपॉजिट पर 7% या उससे अधिक की ब्याज दरें दे रहे हैं।
दूसरे विकल्प के बारे में सोचें
अगर आप रिस्क ले सकते हैं तो निवेश के दूसरे विकल्प के बारे में भी सोच सकते हैं। आप एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में निवेश करने पर सालाना 12 से 15 फीसदी तक का ब्याज मिल जाता है। हालांकि इसमें रिस्क भी होता है, क्योंकि इसमें निवेश शेयर मार्केट के उतार-चढ़ाव से जुड़ा होता है।
इसके अलावा आप सोने में भी निवेश कर सकते हैं। इस समय सोना जबरदस्त रिटर्न दे रहा है। इस साल अभी तक करीब 25 फीसदी रिटर्न दे चुका है। यही नहीं, चांदी ने भी निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। इस साल चांदी का रिटर्न 15 फीसदी से ज्यादा रहा है। इनके अलावा आप पीपीएफ, एनपीएस आदि में भी निवेश कर सकते हैं।