एयरपोर्ट के सूत्रों के अनुसार यह पहल मन को बहुत सुकून प्रदान करती है और अधिकारियों का ऐसा मानना है कि कुत्तों की उपस्थिति (इस मामले में टाय पूडल्स – एक प्रकार का सुंदर पिल्ला) यात्रा संबंधी चिंता को कम कर सकती है मनोदशा को बेहतर बना सकती है और एयरपोर्ट के वातावरण को अधिक स्वागतयोग्य और शांतिपूर्ण बना सकती है।
पीटीआई, हैदराबाद। इंतजार की घड़ियां लंबी होती हैं। पता नहीं कब वक्त को पंख लग जाते हैं और कब वक्त काटे नहीं कटता। एयरपोर्ट पर भी कभी-कभी यात्रियों को कुछ ऐसी ही अनजानी परिस्थतियों से दो-चार होना पड़ता है जब उन्हें किसी कारणवश विमान के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।
जीएमआर ग्रुप ने एक अनूठी पहल शुरू की
मगर, इंतजार के उन पलों को अब बोझिल बनने से रोकने एवं उन्हें रोचक तथा आनंददायक बनाने और उनकी यात्रा को यादगार बनाने के लिए हैदराबाद स्थित राजीव गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट का प्रबंधन करने वाले जीएमआर ग्रुप ने एक अनूठी पहल शुरू की है।
एयरपोर्ट पर थेरेपी डॉग प्रोग्राम शुरू किया
इसके तहत उनके अनुभव को बेहतर बनाने के उद्देश्य से एक ”थेरेपी डॉग प्रोग्राम” शुरू किया गया है। इस एयरपोर्ट में प्रवेश करने पर यदि आपका स्वागत एक मिलनसार पिल्ले द्वारा किया जाए या आपको उसे सहलाने का मौका मिले तो आपको आश्चर्यचकित होने की कोई आवश्यकता नहीं।
एयरपोर्ट के सूत्रों के अनुसार, यह पहल मन को बहुत सुकून प्रदान करती है, और अधिकारियों का ऐसा मानना है कि कुत्तों की उपस्थिति (इस मामले में टाय पूडल्स – एक प्रकार का सुंदर पिल्ला) यात्रा संबंधी चिंता को कम कर सकती है, मनोदशा को बेहतर बना सकती है और एयरपोर्ट के वातावरण को अधिक स्वागतयोग्य और शांतिपूर्ण बना सकती है।
यह प्रोग्राम अपने प्रारंभिक चरण में है
उन्होंने कहा कि वर्तमान में इस प्रोग्राम में चार अच्छी तरह से प्रशिक्षित टॉय पूडल्स और पेशेवर हैंडलर शामिल हैं। यह प्रोग्राम अपने प्रारंभिक चरण में है और यात्रियों की प्रतिक्रिया और परिचालन व्यवहार्यता के आधार पर भविष्य में इसके विस्तार पर विचार किया जा सकता है।
सूत्रों ने बताया, ”प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक रही है। यात्रियों ने उनकी शांत उपस्थिति की सराहना की है। इस पहल को एयरपोर्ट के अनुभव में एक विचारशील और आरामदायक अनुभव के रूप में सराहा गया है।”
टॉय पूडल्स प्रमाणित ‘थेरेपी पशु’ हैं
हालांकि ये टॉय पूडल्स प्रमाणित ‘थेरेपी पशु’ हैं और शांत व्यवहार के लिए प्रशिक्षित हैं, फिर भी ये हमेशा पेशेवर हैंडलरों की निगरानी में रहते हैं। ये हैंडलर किसी भी अप्रत्याशित व्यवहार को संभालने और पिल्लों एवं यात्रियों, दोनों की सुरक्षा और आराम सुनिश्चित करने के लिए प्रशिक्षित होते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि इन्हें केवल उन्हीं यात्रियों के साथ बातचीत करने की अनुमति है जो स्वेच्छा से उनके पास आते हैं।