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14 सितंबर 2025 को एशिया कप टूर्नामेंट के छठे मुकाबले में भारत की टक्कर पाकिस्तान से होगी.
क्रिकेट प्रेमियों के लिए भारत-पाकिस्तान का मैच हमेशा ही ख़ास माना जाता है. लेकिन पहलगाम हमले के बाद मई में दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था.
अब इस हमले के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की क्रिकेट टीमें आमने-सामने होंगी. कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और शिवसेना समेत कई विपक्षी दल पाकिस्तान के साथ भारत के मैच का विरोध कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर भी इस मैच के बहिष्कार की मांग की जा रही है.
बीजेपी नेता अनुराग ठाकुर ने हालांकि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के फ़ैसले का बचाव किया है. उनका कहना है कि टूर्नामेंट के लिहाज़ से भारत का पाकिस्तान के ख़िलाफ़ खेलना ज़रूरी है.
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विपक्ष के नेताओं ने उठाए सवाल
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में इस मैच के ख़िलाफ विरोध प्रदर्शन किया. पार्टी के दिल्ली अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने एक्स पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, “ऐसी क्या मजबूरी है कि हमारी बहनों की मांग का सिंदूर मिटाने वालों के साथ क्रिकेट मैच खेला जाए. हम इसका कड़ा विरोध और बहिष्कार करते हैं.”
उन्होंने कहा, “लगभग 3-4 महीने पहले पहलगाम में हमारे नागरिक मारे गए, हमारी बहनों का सिंदूर उजाड़ा गया, जो आज तक भरा नहीं है.”
उद्धव ठाकरे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक पूर्व बयान की याद दिलाते हुए कहा, ”प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि खून और पानी साथ-साथ नहीं बह सकते. अगर खून और पानी साथ नहीं भेज सकते तो क्रिकेट और खून कैसे साथ जा सकते हैं? खेल और जंग एक साथ कैसे खेले जा सकते हैं?”
ठाकरे ने आरोप लगाया कि सरकार ने बीच में ऑपरेशन रोक दिया और देशभक्ति को सिर्फ़ व्यापार बना दिया है.
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वहीं शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने नागरिकों से सीधी अपील की. उन्होंने अपने वीडियो मैसेज में कहा, “अगर बीसीसीआई और भारत सरकार भारत-पाकिस्तान का मैच रद्द नहीं कर सकते, तो अब वक्त आ गया है कि हम नागरिक ही इस मैच को देखने का बहिष्कार करें. आतंकवाद के ऊपर क्रिकेट को ना कहें और शहीद परिवारों के साथ खड़े हों.”
कांग्रेस नेता प्रियांक खड़गे ने भी एक्स पोस्ट में तीखा सवाल किया. उन्होंने कहा, “पहलगाम के आतंकी हमले में गई ज़िंदगियों की कीमत क्या भारत-पाकिस्तान के एक क्रिकेट मैच से होने वाले विज्ञापन राजस्व से भी कम है? यह खेल भावना नहीं है, बल्कि हमारे शहीदों के खून पर मुनाफ़े को तरजीह देने का शर्मनाक उदाहरण है.”
अनुराग ठाकुर ने किया बीसीसीआई का बचाव
बीजेपी सांसद और पूर्व बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर ने भारत-पाकिस्तान मैच खेलने के फैसले का समर्थन किया. उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मल्टीनेशनल टूर्नामेंट एसीसी या आईसीसी करवाती है, वहाँ किसी भी देश के लिए हिस्सा लेना मजबूरी और ज़रूरी हो जाता है. अगर हिस्सा नहीं लेंगे तो टूर्नामेंट से बाहर हो जाएंगे. दूसरी टीम को इसके प्वाइंट भी मिल जाएंगे.”
अनुराग ठाकुर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सिरीज़ नहीं खेलता.
उन्होंने कहा, “कई वर्षों से हमने यह निर्णय किया है कि भारत-पाकिस्तान के साथ बायलेटरल नहीं खेलेगा, जब तक पाकिस्तान भारत पर आतंकवादी हमले बंद नहीं करता.”
पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ने क्या कहा?
पहलगाम हमले में मारे गए शुभम द्विवेदी की पत्नी ऐशन्या द्विवेदी ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा कि सरकार ने हमले के बाद कड़े कदम उठाए थे लेकिन पाकिस्तान से मैच होना गलत संदेश देता है.
“बीसीसीआई को यह मानना ही नहीं चाहिए था कि भारत पाकिस्तान के साथ मैच खेलेगा. यह बहुत बड़ी गलती है और हमारे ही देश के लोग यह कर रहे हैं. बीसीसीआई को इन भावनाओं की कोई परवाह नहीं है.”
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के साथ खेलकर हम उसे मज़बूत कर रहे हैं. “इस मैच से जितना भी राजस्व बनेगा, पाकिस्तान उसे आतंकवाद पर ही खर्च करेगा. जब पता है कि पाकिस्तान आतंकवाद का अड्डा है तो हम उसे राजस्व क्यों देंगे?”
वह सवाल उठाती हैं कि कोई भी भारतीय क्रिकेटर खुलकर सामने नहीं आ रहा.
ऐशन्या ने कहा कि अगर किसी खेल में सबसे ज़्यादा “नेशनल फीलिंग” मानी जाती है. इसके बावजूद कोई क्रिकेटर यह नहीं कह रहा कि भारत-पाकिस्तान मैच का बहिष्कार किया जाना चाहिए. उन्होंने मौजूदा खिलाड़ियों से अपील करते हुए पूछा, “आप (भारतीय क्रिकेटर) क्यों नहीं स्टैंड लेते? बीसीसीआई की टीम थोड़े ही आपके ऊपर बंदूक रख रही है? आप ख़ुद देश के लिए स्टैंड लीजिए, लेकिन वो भी नहीं ले रहे.”
क्या टिकटों की बिक्री धीमी हो रही है?
14 सितंबर को एशिया कप 2025 के ग्रुप ए मुकाबले में भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होंगी.
इस ग्रुप में संयुक्त अरब अमीरात और ओमान भी शामिल हैं. अगर भारत और पाकिस्तान अगले चरण के लिए क्वालीफाई करते हैं तो 21 सितंबर को उनका फिर से आमना-सामना होगा.
रविवार को होने वाले इस मैच से पहले टिकटों की बिक्री को लेकर अलग-अलग दावे सामने आए हैं.
बीबीसी उर्दू ने ऑनलाइन टिकटिंग वेबसाइट्स की जाँच की और पाया कि शुक्रवार दोपहर तक भी टिकट उपलब्ध थे, जबकि बुकिंग 29 अगस्त से शुरू हो चुकी थी. 23 फरवरी को दुबई में हुए भारत-पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी मैच के टिकट कुछ ही मिनटों में बिक गए थे.
एमिरेट्स क्रिकेट बोर्ड के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बीबीसी उर्दू को बताया कि टिकटों की धीमी बिक्री की धारणा गलत है, क्योंकि मैच शुरू होने में अभी दो दिन बाकी हैं.
अधिकारी ने दावा किया कि 70 से 80 प्रतिशत टिकटें बिक चुकी हैं और रविवार तक सभी टिकटें बिक जाने की उम्मीद है.
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दूसरी ओर, पर्यवेक्षकों का कहना है कि संयुक्त अरब अमीरात में भारतीय समुदाय बड़ा है और आमतौर पर बड़ी संख्या में लोग भारत-पाकिस्तान मैच देखने के लिए स्टेडियम में आते हैं. लेकिन इस बार पाकिस्तान के साथ मैच के खिलाफ चल रहे बहिष्कार अभियान का असर इन दर्शकों पर भी पड़ा है.
पाकिस्तानी दर्शकों के वीज़ा को लेकर आशंकाओं ने भी टिकट खरीदने की रफ्तार धीमी की है. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान राशिद लतीफ ने कहा, “पहली बार ऐसा देख रहा हूँ कि भारत-पाकिस्तान मैच से पहले पारंपरिक उत्साह नजर नहीं आ रहा है.”
भारतीय ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इसे प्रतिस्पर्धा की कमी से जोड़ा. उन्होंने कहा कि भारतीय टीम बाकी टीमों से कहीं ज्यादा मज़बूत है. “अगर भारत अपनी ‘ए’ टीम भी भेजे तो वह बाकी टीमों से मुकाबला कर सकती है.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित.