पहलगाम में आतंकवादियों ने 22 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले में आतंकियों ने भारतीय हिन्दू पुरुषों को निशाना बनाया था। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा (LeT) जैश-ए-मोहम्मद के साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को ठहराया था। आतंकी हमले के बाद भारत ने 6 और 7 मई की रात 1.05 बजे से लेकर 1.30 तक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज से ठीक एक महीने पहले भारतीय सेना ने पाकिस्तान के लिए कयामत की रात ला दी थी, जब भारत ने पाकिस्तान और पीओके में स्थित आतंकी ठिकानों पर ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया था। भारत द्वारा दिए गए इस गहरे घाव की मार पाकिस्तान अभी तक झेल रहा है।
इस बीच राजस्थान में भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा के दक्षिणी क्षेत्र में 7 जून और 8 जून को भारतीय वायुसेना (IAF) बड़े स्तर पर अभ्यास करने वाली है, जिसे लेकर इंडियन एअरफोर्स ने एअरमेन को नोटिस (NOTAM) जारी किया है।
कब से कब तक आयोजित होगा अभ्यास
यह अभ्यास भारतीय वायुसेना नियमित तैयारियों का एक हिस्सा है, जो सीमा क्षेत्र के निकट हवाई क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा। NOTAM के अनुसार, 7 जून को दोपहर 3.30 बजे शुरू होगा और अगले दिन 8 जून को रात 8.30 बजे समाप्त होगा।
इस दौरान अभ्यास में कोई बाधा उत्पन्न न हो इसके लिए अभ्यास क्षेत्र के ऊपर हवाई क्षेत्र को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा। आईएएफ के एक अधिकारी ने पुष्टि करते हुए बताया कि युद्ध अभ्यास के दौरान प्लेटफॉर्मों और अन्य सहायक प्रणालियों के अलावा राफेल, मिराज 2000 और सुखोई-30 जैसे फ्रंटलाइन फाइटर जेट सहित कई उन्नत डिफेंस सिस्टम शामिल होंगे।
पीएम मोदी का बयान
बता दें, ऑपरेशन सिंदूर को एक महीने हो चुका है और पाकिस्तान अभी तक इसके सदमे से बाहर नहीं आया है। 6 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से ठीक एक महीने पहले, 6 मई की रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी।
भारत ने पाकिस्तान पर क्या-क्या कार्रवाई की?
- 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद 23 अप्रैल को भारत ने सिंधु जल संधि को निलंबित कर दिया।
- यह संधि 1960 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुई थी, जिसमें सिंधु नदी के पानी का बंटवारा हुआ था।
- सिंधु जल संधि के अनुसार, पाकिस्तान को नदी का 80% पानी मिलता था।
- संधि निलंबित करने के बाद पाकिस्तान में पानी की कमी होने लगी।
ऑपरेशन सिंदूर की शुरुआत
पहलगाम में आतंकवादियों ने 22 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। इस हमले में आतंकियों ने भारतीय हिन्दू पुरुषों को निशाना बनाया था। भारत ने इस हमले का जिम्मेदार लश्कर-ए-तैयबा (LeT), जैश-ए-मोहम्मद के साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) को ठहराया था।
आतंकी हमले के बाद भारत ने 6 और 7 मई की रात 1.05 बजे से लेकर 1.30 तक ऑपरेशन सिंदूर को अंजाम दिया। ऑपरेशन सिंदूर 2016 सर्जिकल स्ट्राइक और 2019 बालाकोट एअरस्ट्राक के बाद भारत का आतंकियों पर तीसरा बड़ा हमला था।‘भारत-पाक में मध्यस्थता की बात ही गलत’, अमेरिका में थरूर ने ट्रंप के दावे की खोली पोल; दिया दो टूक जवाब