ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय ग्रेजुएट्स को अपने यहां काम करने का मौका देने के लिए खास प्रोग्राम शुरू किया है जिसका नाम है मोबिलिटी अरेंजमेंट फॉर टैलेंटेड अर्ली-प्रोफेशनल स्कीम (MATES)। इस प्रोग्राम के तहत भारतीय यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट्स और शुरुआती करियर वाले प्रोफेशनल्स को दो साल के लिए ऑस्ट्रेलिया में काम करने का मौका दिया जाएगा। पढ़ें क्या है पूरी योजना।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया में काम करने का सपना देख रहे प्रतिभाशाली भारतीय युवाओं को मौका देने के लिए वहां की सरकार ने एक खास योजना शुरू की है। मोबिलिटी अरेंजमेंट फॉर टैलेंटेड अर्ली-प्रोफेशनल स्कीम (MATES) नाम की इस प्रोग्राम के तहत भारतीय यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट्स और शुरुआती करियर वाले प्रोफेशनल्स को दो साल के लिए ऑस्ट्रेलिया में काम करने का मौका दिया जाएगा।
यह नया नया जॉब प्रोग्राम दिसंबर में शुरू होगा। ऑस्ट्रेलिया के गृह विभाग के अनुसार, MATES, भारतीय विश्वविद्यालय के स्नातकों और शुरुआती करियर के पेशेवरों को दो साल के लिए ऑस्ट्रेलिया में काम करने का मौका देता है। बता दें कि ऑस्ट्रेलिया और भारत ने 23 मई, 2023 को माइग्रेशन एंड मोबिलिटी पार्टनरशिप अरेंजमेंट (MMPA) एग्रीमेंट साइन किया था।
30 वर्ष से कम होनी चाहिए आयु
इसके तहत अवैध और अनियमित प्रवास से संबंधित मुद्दों को संबोधित करते हुए दोनों देशों के बीच दो-तरफा प्रवास और गतिशीलता का समर्थन और प्रचार करने का प्रावधान था। इसी MMPA के तहत MATES की स्थापना की गई है। MATES के तहत वे भारतीय नागरिक आवेदन कर सकते हैं, जो 30 वर्ष या उससे कम आयु के हैं और जिन्होंने पहले इस प्रोग्राम में भाग नहीं लिया है।
इसके अलावा उम्मीदवार अंग्रेजी भाषा में कुशल होना चाहिए। इसके तहत कुल मिलाकर IELTS या समकक्ष स्कोर कम से कम 6 हो, जिसमें चार मॉड्यूल में से प्रत्येक के लिए न्यूनतम स्कोर 5 हो। साथ ही आवेदन के समय किसी योग्य शैक्षणिक संस्थान से 2 साल के भीतर स्नातक की उपाधि प्राप्त की हो। इनमें रिन्यूएबल एनर्जी, माइनिंग, इंजीनियरिंग, सूचना संचार प्रौद्योगिकी (ICT), कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), वित्तीय प्रौद्योगिकी (FinTech) और कृषि प्रौद्योगिकी (AgriTech) जैसे कोर्स की डिग्रियां होनी चाहिए।