डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा के चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रचंड जीत के बाद देशभर में भारतीय जनता पार्टी के पास सर्वाधिक 1654 विधायक हो गए हैं।
पिछले कुछ साल में भाजपा ने देशभर के अलग-अलग राज्यों में विधायकों की जीत के साथ अपनी स्थिति को लगातार मजबूत किया है। भाजपा के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोमवार को एक्स पर लिखा कि राज्य विधानसभाओं में भाजपा का प्रदर्शन अब तक के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया है और इसमें लगातार बढ़ोतरी जारी है।
दो साल में विधायक की संख्या हो सकती है 1800 के पार
मालवीय के अनुसार, अगले दो साल में भाजपा विधायकों की कुल संख्या 1800 को पार कर सकती है। 1985 में कांग्रेस के थे सबसे ज्यादा 2018 विधायकमालवीय ने बताया कि कांग्रेस 1985 में लगभग 2,018 विधायकों के अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। इसके पीछे पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या से उपजी भारी सहानुभूति लहर जिम्मेदार थी।
मालवीय ने कहा कि 1980 के दशक की राजनीतिक परिस्थितियों की वजह से सत्ता को मजबूत करना और मतदाताओं को प्रभावित करना आसान था।
मालवीय बोले- ‘कांग्रेस और बीजेपी में अंतर साफ’
मालवीय ने लिखा कि अंतर साफ है। कांग्रेस ने उच्चतम स्तर को विरासत में पाया था, जबकि भाजपा ने धीरे-धीरे और लगातार अपना विकास किया है, जो सीट दर सीट, राज्य दर राज्य और संघर्ष दर संघर्ष आगे बढ़ा है। उन्होंने लिखा कि भविष्य उस पार्टी का है जिसने काम किया है, न कि उसका जो विरासत पर पल रही है।