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स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा एक बार फिर विवादों में हैं. इस बार वह महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे के ख़िलाफ़ एक टिप्पणी करने के मामले में सुर्खियों में हैं.
दरअसल, कुणाल कामरा ने अपने शो में फ़िल्म ‘दिल तो पागल है’ का एक पैरोडी सॉन्ग गाया था. इस गाने में 2022 के दौरान शिवसेना में हुई टूट का हवाला दिया गया था.
कामरा ने इस गाने में ‘ग़द्दार’ शब्द का इस्तेमाल किया था, जिसे एकनाथ शिंदे को गाली देने के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि कुणाल कामरा ने एकनाथ शिंदे का नाम नहीं लिया था.
रविवार को वीडियो सामने आने के बाद शिवसेना (शिंदे गुट) के कार्यकर्ता भड़क गए और उन्होंने इस पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने उस जगह पर तोड़फोड़ भी की, जहां कामरा का शो शूट किया गया था.
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शिवसेना (शिंदे गुट) विधायक मुरजी पटेल ने कुणाल कामरा के ख़िलाफ़ इस मामले में एफ़आईआर भी दर्ज कराई है. इसके अलावा उन्हें गिरफ्तार करने की भी मांग की जा रही है.
शिवसेना सांसद नरेश म्हस्के ने एक वीडियो संदेश के ज़रिए कुणाल कामरा को धमकी दी है.
उन्होंने कहा, “आपको महाराष्ट्र में ही नहीं हिन्दुस्तान में भी नहीं घूमने देंगे. जब शिव सैनिक आपके पीछे लग जाएंगे तो भारत छोड़कर भागना पड़ेगा. संजय राउत आपके पास अब कार्यकर्ता नहीं बचे हैं, इसलिए पैसे देकर कुणाल कामरा से टीका-टिप्पणी करवा रहे हो. आपके ऊपर शर्म आती है. कुणाल कामरा याद रखो हिन्दुस्तान में भी तुम्हें घूमना मुश्किल कर देंगे.”
यह पहला मामला नहीं है, जब स्टैंड-अप कॉमेडियन कुणाल कामरा विवादों में हैं. इससे पहले भी वह कई बार राजनीति, फ़िल्म, खेल पर अपनी राय के कारण मीडिया की सुर्खियों का हिस्सा रह चुके हैं. ऐसे में आइए कुणाल कामरा के बारे में जानते हैं.
कौन हैं कुणाल कामरा?
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कुणाल कामरा मुंबई से आने वाले एक स्टैंड-अप कॉमेडियन हैं. उनके करियर की शुरुआत बड़ी ही दिलचस्प है. लाइव मिंट के मुताबिक, कामरा ने स्कूल और जूनियर कॉलेज की पढ़ाई किसी तरह से भी पूरी की और अपने माता-पिता को बिना बताए कॉलेज छोड़ दिया.
17 साल की उम्र में, उन्होंने एमटीवी की इन-हाउस प्रोडक्शन टीम के साथ इंटर्नशिप की. जिसके एक साल बाद वह प्रसून पांडे की कॉर्कोइस फिल्म्स में प्रोडक्शन असिस्टेंट के तौर पर शामिल हो गए, जहां उन्होंने छह साल तक काम किया.
उनकी वेबसाइट पर अपलोड प्रोफाइल के मुताबिक, उन्होंने विज्ञापन इंडस्ट्री में अपने 8 साल बिताए, जिसके बाद साल 2013 में उन्होंने स्टैंड-अप कॉमेडी करना शुरू किया.
कामरा अपने लोकप्रिय पॉलिटिकल-कॉमेडी पॉडकास्ट शो ‘शट अप या कुणाल’ के लिए जाने जाते हैं, जिसकी शुरुआत उन्होंने जुलाई 2017 में की. इस पॉडकास्ट में वह अपने मेहमान से करेंट अफेयर, राजनीतिक मुद्दों सहित कई विषयों पर बात करते हैं.
इस पॉडकास्ट शो में वह कई जानी-मानी हस्तियों को बुला चुके हैं. जिसमें पत्रकार रवीश कुमार, सांसद असदुद्दीन ओवैसी, कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शेहला रशीद, जावेद अख़्तर, अरविंद केजरीवाल जैसे बड़े दिग्गजों के नाम हैं.
विवादों से पुराना नाता
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यह पहली बार नहीं है, जब कुणाल कामरा विवादों में हैं. विवादों के साथ उनके रिश्ते की एक लंबी सूची है.
2 मार्च 2017 को कुणाल कामरा ने यूट्यूब पर अपनी एक स्टैंड-अप वीडियो को अपलोड किया, जिसका नाम ‘पेट्रोटिज्म एंड गवर्नेंस’ था. अंग्रेजी अखबार मिड-डे के मुताबिक, अपने इस वीडियो के लिए उन्हें मौत की धमकियों का सामना करना पड़ा.
वहीं इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक, 2018 में कामरा को मुसलमानों, सिखों और मदद टेरेसा पर अपने ‘जोक’ के वायरल होने के बाद अपना ट्विटर (अब एक्स) अकाउंट डिलीट करना पड़ा था.
इसके अलावा, उन्हें अपने राजनीतिक विचार व्यक्त करने के कारण मुंबई के शिवाजी पार्क में अपना अपार्टमेंट खाली करने के लिए कहा गया था. उस वक्त उन्होंने अपने अपार्टमेंट की मालकिन के साथ अपनी बातचीत का स्क्रीनशॉट भी साझा किया था.
उस वक्त फेसबुक पर उन्होंने एक लंबी पोस्ट साझा की थी. इस पोस्ट के एक छोटे से हिस्से में उन्होंने कहा, “एक दिन आपकी मकान मालकिन आपसे अपना घर खाली करने और आपकी राजनीतिक राय के कारण दूसरी जगह तलाशने के लिए कहेगी.”
“जब यह सब चल रहा हो और आप आत्महत्या करने के बारे में सोच रहे हों, तो एचडीएफसी आपको मैसेज करके पूछेगा कि क्या आपने अपना आधार कार्ड लिंक किया है. इसलिए आप जो भी कॉमेडियन बनना चाहते हैं, उसके बारे में समझदारी से सोचें.”
जनवरी 2020 में इंडिगो की एक फ्लाइट में कामरा ने पत्रकार अर्नब गोस्वामी से भिड़कर उनकी पत्रकारिता के तौर-तरीकों पर सवाल उठाए थे. इस घटना का एक वीडियो भी कामरा ने सोशल मीडिया पर साझा किया था.
द हिंदू के मुताबिक, इस घटना के बाद इंडिगो ने उन पर छह महीने का बैन लगा दिया था. वहीं एयर इंडिया, स्पाइसजेट समेत दूसरी एयरलाइन ने भी उन पर अनिश्चित काल के लिए बैन लगा दिया था.
इस प्रतिबंध के बाद फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने कुणाल कामरा का साथ देने के लिए इंडिगो के साथ उड़ान भरने से इनकार कर दिया था.
2023 में, कामरा ने आईटी रूल्स 2023 को चुनौती देने वाली एक याचिका को बॉम्बे हाई कोर्ट में दायर किया था.
इस याचिका में उन्होंने तर्क दिया था कि अगर केंद्र सरकार किसी विशेष इकाई को उनके काम को मनमाने ढंग से फ़ैक्ट चेक के अधीन कर देती है, तो यह उनकी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन होगा. जिसके बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने एक विभाजित फ़ैसले में माना कि इन संशोधित नियमों में कुछ नियम असंवैधानिक थे.
बॉम्बे हाई कोर्ट के इस फ़ैसले के बाद कुणाल कामरा ने एक्स पर लिखा, “मैं कोर्ट के इस साहसी फ़ैसले के लिए बहुत आभारी हूं, जिसमें हमारे बोलने की आज़ादी के अधिकार को बरकरार रखा गया है. इन अधिकारों में सरकारी मामलों पर सवाल उठाने, आलोचना करने और यहां तक कि मज़ाक करने का अधिकार भी शामिल है. इसमें कोई शक नहीं है कि यह फ़ैसला हमारे लोकतंत्र को मज़बूत करता है.”
ओला के मालिक के साथ तीखी बहस
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अक्तूबर 2024 में ओला कंपनी के मालिक भाविश अग्रवाल और उनके बीच सोशल मीडिया पर एक बहस भी देखने को मिली थी. इस बहस की शुरुआत कामरा की उस आलोचना से हुई थी, जहां उन्होंने ओला इलेक्ट्रिक के ग्राहकों की अनसुलझी शिकायतों और रिफंड संबंधित मुद्दों पर प्रकाश डाला था.
सोशल मीडिया एक्स पर उन्होंने लिखा, “क्या भारतीय ग्राहकों की कोई आवाज़ है? क्या वे इसके हक़दार हैं? दोपहिया वाहन दिहाड़ी वर्करों की ज़िंदगी है. नितिन गडकरी, क्या इसी तरह भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन इस्तेमाल करेंगे? जिस किसी को भी ओला इलेक्ट्रिक के साथ दिक्क़त आ रही है, वो सबको टैग करते हुए अपनी कहानी यहां पोस्ट करें.”
इस पोस्ट के बाद सोशल मीडिया पर ओला के असंतुष्ट ग्राहकों की शिकायतों का अंबार लग गया था.
कुणाल की टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए ओला के मालिक भाविश अग्रवाल ने एक्स पर लिखा, “चूंकि आप इतने चिंतित हैं कुणाल कामरा, तो आइए हमारी मदद करिए! आपको मैं इस पेड ट्वीट या फ्लॉप कॉमेडी करियर से अधिक पैसे दूंगा. या चुप बैठिये और हमें ग्राहकों के असली मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित करने दीजिए. हम अपने सर्विस नेटवर्क का तेज़ी से विस्तार कर रहे हैं और बचे हुए कामों को जल्द पूरा कर लिया जाएगा.”
11 सितंबर 2022 को गुड़गांव में विश्व हिंदू परिषद की धमकियों के कारण अपने कॉमेडी शो के रद्द होने के बाद कामरा ने विश्व हिंदू परिषद को एक ओपन लेटर लिखा था.
इस लेटर में उन्होंने विश्व हिंदू परिषद को चुनौती देते हुए लिखा, “मेरे और भगवान के रिश्ते का वैसे तो मैं कोई टेस्ट देना ज़रूरी नहीं समझता. लेकिन फिर भी एक टेस्ट देकर तुम्हारा टेस्ट ले लेता हूं. मैं ज़ोर से और गर्व से जय श्री सीता-राम और जय राधा कृष्ण कहता हूं. अब अगर तुम सच में भारत की संतान हो तो गोडसे मुर्दाबाद लिखकर भेजो. नहीं तो मैं समझूंगा कि तुम लोग हिंदू विरोधी और आतंक समर्थक हो.”
उन्होंने आगे लिखा, “कहीं तुम गोडसे को भगवान तो नहीं मानते? अगर मानते हो तो आगे भी मेरे शो रद्द करवाते रहना. मुझे सिर्फ इस बात की खुशी रहेगी कि मैं तुम्हारे से ज़्यादा हिंदू होने का टेस्ट तुमसे जीत गया.”
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़ रूम की ओर से प्रकाशित