केरल के पथानामथिट्टा में वीटी शिजो नामक एक व्यक्ति ने आर्थिक तंगी के कारण जंगल में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। शिजो अपने बेटे को इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिला दिलाना चाहता था लेकिन उसके पास पर्याप्त पैसे नहीं थे। पत्नी की 12 साल की सैलरी भी बकाया थी जिससे परिवार को आर्थिक परेशानी हो रही थी। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के बाद परिवार को सौंप दिया है।
पीटीआई, पथानामथिट्टा। केरल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। पथानामथिट्टा के जंगल में एक शख्स ने अपनी जान दे दी, जिसकी वजह थी पैसे की तंगी। मृतक शख्स अपने बेटे का दाखिला इंजीनियरिंग कॉलेज में करवाना चाहता था, लेकिन इसके लिए उसके पास पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने मौत को गले लगाना मुनासिब समझा और जंगल में फांसी लगा ली।
मृतक की पहचान वीटी शिजो के रूप में हुई है। शिजो का शव रविवार की देर शाम मूंगामपारा के एक जंगल में पेड़ से लटकता मिला। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है।
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बेटे ने हासिल की अच्छी रैंक
पुलिस के अनुसार शिजो के बेटे ने तमिलनाडु के इंजीनियरिंग कॉलेज में अच्छी रैंक हासिल की थी। मगर परिवार के पास कॉलेज की फीस देने के लिए पैसे नहीं थे। शिजो काफी समय से आर्थिक तंगी से परेशान था।
पत्नी की 12 साल की सैलरी बकाया
शिजो की पत्नी सरकारी स्कूल में सहायक शिक्षिका है, जिसकी नियुक्ति को अदालत ने इसी साल मंजूरी दी है। ऐसे में शिजो की पत्नी का 12 साल का वेतन बकाया था, जिसका पूरा परिवार बेसब्री से इंतजार कर रहा था।
पैसों की तंगी से किया सुसाइड
शिजो इसी पैसे से बेटे का दाखिला करवाने की योजना बना रहा था। हालांकि, शिजो की पत्नी को इसी साल फरवरी से वेतन मिलना शुरू हुआ। शिजो ने कई बार DEO (District Education Officer) के दफ्तर के चक्कर लगाए, लेकिन उसकी पत्नी की 12 साल की सैलरी नहीं मिली। ऐसे में हालातों से तंग आकर शिजो ने सुसाइड कर ली।
पुलिस ने शिजो के शव का पोस्टमार्टम करवाया और शव परिवार को सौंप दिया है। शिजो की मौत के बाद परिवार में भी मातम पसर गया है।
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