डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केरल में एक बूथ लेबल अधिकारी (बीएलओ) ने कथित तौर पर काम के तनाव के कारण आत्महत्या कर ली। इस घटना के कारण बीएलओ ने मतदाता सूची की विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआइआर) प्रक्रिया का बहिष्कार कर दिया।
नतीजन सोमवार को राज्य में एसआइआर काम प्रभावित रहा। इस बीच, विपक्ष ने आत्महत्या मामले में माकपा कार्यकर्ताओं की भूमिका की जांच कराने की मांग की।
फंदे से लटकता मिला था बीएलओ का शव
बीएलओ के रूप में कार्यरत 44 वर्षीय अनीश जार्ज का शव रविवार को कन्नूर जिले में उनके घर में फंदे से लटका मिला था। परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि उन्होंने काम के दबाव में यह घातक कदम उठाया। जबकि राज्य में विपक्षी दल कांग्रेस के नेता वीडी सतीशन ने कहा कि प्रारंभिक जांच से मिले संकतों के बाद जार्ज की आत्महत्या में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) कार्यकर्ताओं की भूमिका की भी जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने किया ये दावा
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सनी जोसेफ ने दावा किया कि एसआइआर के काम के दौरान कांग्रेस के बूथ लेबल के एजेंटों के साथ जाने पर जार्ज को माकपा कार्यकर्ताओं ने धमकाया था।