राज्य ब्यूरो, कोलकाता : कोलकाता स्थित जादवपुर विश्वविद्यालय के एक प्रोफेसर ने एक छात्रा के संविधान से संबंधित सवाल के जवाब में बाबा साहब आंबेडकर के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि कौन हैं आंबेडकर?, संविधान फाड़ कर पानी में बहा दो।
दरअसल स्नातक के दूसरे वर्ष के तीसरे सेमेस्टर की एक छात्रा ने अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग के प्रोफेसर अरूप भट्टाचार्य को भारतीय संविधान से संबंधित पाठ्यक्रम के कुछ प्रश्न पूछने के लिए फोन किया। जवाब में, प्रोफेसर ने कहा कि भारतीय संविधान के बारे में पढ़ने के लिए कुछ भी नहीं है। संविधान के टुकड़े-टुकड़े करके पानी में बहा दो। ये बाबा साहब आंबेडकर कौन हैं? आज इस संविधान का कोई मूल्य नहीं है।
छात्रा ने कहा कि प्रोफेसर ने इस साल हमें पूरा संविधान खुद पढ़ने को कहा। इसीलिए मैंने कुछ सवाल पूछे। इसी दौरान उन्होंने भारतीय संविधान के बारे में अपमानजनक टिप्पणी की।
इस घटना के बाद छात्रा ने कुलपति, सह कुलपति और विभागाध्यक्ष से इसकी लिखित शिकायत की। जादवपुर के कुलपति चिरंजीव भट्टाचार्य ने सभी पक्षों से बात की है और कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने बताया कि अगले सप्ताह अंतरराष्ट्रीय संबंध विभाग में एक बैठक बुलाई गई है। वहां इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी।
वहीं प्रोफेसर अरूप भट्टाचार्य का कहना है कि मेरा ऐसा कोई बयान देने का इरादा नहीं था। गलती से मैंने यह टिप्पणी की है। इसके लिए मैं माफी मांगता हूं। बता दें कि इससे पहले प्रोफेसर पर जाति को लेकर अपमानजनक टिप्पणियां करने के आरोप लगे हैं।