कोलकाता पुलिस ने साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज में छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म मामले में मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा और तीन अन्य के खिलाफ अलीपुर अदालत में चार्जशीट दाखिल की है। चार्जशीट में 80 लोगों की गवाही डीएनए और फोरेंसिक रिपोर्ट शामिल हैं। फोरेंसिक जांच में पीड़िता के कपड़ों पर मिले नमूनों से मिश्रा का डीएनए मेल खाता पाया गया है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। कोलकाता पुलिस ने साउथ कलकत्ता ला कालेज में गत 25 जून को एक छात्रा के साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में मुख्य आरोपित व निलंबित तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद (टीएमसीपी) के नेता मनोजित मिश्रा व अन्य तीन के खिलाफ अलीपुर अदालत में 658 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है।
मिश्रा को घटना के अगले दिन दो वर्तमान छात्रों प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद के साथ गिरफ्तार किया गया था। इस घटना में बाद में ला कालेज के सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को गिरफ्तार किया गया था।
चार्जशीट में 80 लोगों की गवाही दर्ज
पुलिस सूत्रों के अनुसार चार्जशीट में 80 लोगों की गवाही दर्ज करने का उल्लेख है। डीएनए और फोरेंसिक रिपोर्ट जमा कर दी गई है। चार्जशीट में फोरेंसिक और डिजिटल साक्ष्य के तीन प्रमुख अंशों का उल्लेख किया गया है।
फोरेंसिक जांच से पुष्टि हुई कि मनोजित मिश्रा का डीएनए पीडि़ता के कपड़ों से लिए गए नमूनों से मेल खाता है। तीनों आरोपितों से प्राप्त मोबाइल फोन फुटेज में यौन उत्पीडऩ की घटना दिखाई देती है, जिससे उनकी प्रत्यक्ष संलिप्तता स्पष्ट रूप से साबित होती है।
पीड़िता को इच्छा के विरुद्ध ले जाया गया गार्ड रूम
लॉ कॉलेज और उसके आसपास लगे निगरानी कैमरों में आरोपित और पीड़िता की हरकतें कैद हुई हैं। इसमें पीडि़ता को उसकी इच्छा के विरुद्ध गार्ड रूम में ले जाने का फुटेज भी शामिल है।
पीड़िता ने क्या आरोप लगाया
पुलिस ने कहा कि ये साक्ष्य पीड़िता की लिखित शिकायत का ठोस समर्थन करते हैं। पीड़िता ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि मिश्रा ने उसके विवाह प्रस्ताव को अस्वीकार करने के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। अन्य दो छात्रों ने निगरानी रखी और अपने मोबाइल फोन पर अपराध को रिकार्ड किया।