अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप द्वारा पाकिस्तानी सेना प्रमुख आसिम मुनीर को लंच पर बुलाने पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने प्रतिक्रिया दी है। थरूर ने कहा कि अमेरिका को ओसामा बिन लादेन को पाकिस्तान द्वारा शरण देने की बात नहीं भूलनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान पोषित आतंकवादी भारत में लगातार हमले कर रहे हैं और उम्मीद जताई कि ट्रंप ने मुनीर से इस बारे में सवाल किए होंगे।
एएनआई, नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को लंच मीटिंग के लिए पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर को आमंत्रित किया था। यह मुलाकात व्हाइट हाउस में हुई थी। ट्रंप ने भारत-पाकिस्तान में संघर्ष को बढ़ने से रोकने के लिए आसिम मुनीर की तारीफ की थी।
#WATCH | Thiruvananthapuram, Kerala | On US President Donald Trump’s lunch meeting with Pakistan Army Chief Asim Munir, Congress MP Shashi Tharoor says, “I hope the food was good and he gets some food for thought in the process. I hope that in these interactions, the Americans… pic.twitter.com/QJn6BHEjoY
— ANI (@ANI) June 19, 2025
अमेरिका को पाकिस्तान की गलती नहीं भूलनी चाहिए: शशि थरूर
शशि थरूर ने कहा,”कुछ सीनेटर्स और सांसदों ने पाक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। लेकिन अमेरिका के लोग ओसामा बिन लादेन को इतनी जल्दी नहीं भूल सकते। इस व्यक्ति पाकिस्तान ने शरण दी थी। पाकिस्तान की इस गलती को अमेरिका को नहीं भूलना चाहिए। वहीं, पाकिस्तान पोषित आतंकवादी लगातार भारत में आतंकी हमले को अंजाम दे रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा,”मुझे उम्मीद है कि डाइनिंग टेबल पर राष्ट्रपति ट्रंप ने आसिम मुनीर को पाकिस्तान पोषित आतंकियों को लेकर सवाल पूछे होंगे। बता दें कि भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान सेना का अहम रोल है। खासकर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर का।”वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में मारे गए आतंकियों के जनाजे में जिस तरह पाकिस्तान की सेना अधिकारियों की मौजूदगी थी, उसने दुनिया को यह दिखाया कि पाकिस्तान की सेना किस हद तक आतंकियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है।
उन्होंने आगे कहा,”मुझे उम्मीद है कि डाइनिंग टेबल पर राष्ट्रपति ट्रंप ने आसिम मुनीर को पाकिस्तान पोषित आतंकियों को लेकर सवाल पूछे होंगे। बता दें कि भारत ने स्पष्ट रूप से कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के पीछे पाकिस्तान सेना का अहम रोल है। खासकर पाक आर्मी चीफ आसिम मुनीर का।”वहीं, ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई में मारे गए आतंकियों के जनाजे में जिस तरह पाकिस्तान की सेना अधिकारियों की मौजूदगी थी, उसने दुनिया को यह दिखाया कि पाकिस्तान की सेना किस हद तक आतंकियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी रहती है।