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पाकिस्तान और रूस ने 7 से 10 अक्तूबर को रूस के सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल गैस फोरम 2025 के दौरान उच्च स्तरीय बैठकों में ऊर्जा, खनिज और व्यापार के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
इस चर्चा में साझा परियोजनाओं, तकनीक के हस्तांतरण और क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने पर जोर दिया गया. पाकिस्तान ने वहां निवेशकों को अपने देश में होने वाले मिनरल्स इन्वेस्टमेंट फोरम के लिए आमंत्रित किया.
पाकिस्तानी और रूसी सैनिकों ने रूस के दक्षिणी सैन्य ज़िले में आतंकवाद-विरोधी ऑपरेशन का संयुक्त अभ्यास किया.
प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ ने सितंबर महीने में चीन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाक़ात के दौरान रूस के साथ संबंध मजबूत करने की बात की थी.
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इमेज कैप्शन, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रूस से तेल ख़रीदना बंद करने पर सहमति जताई है (फ़ाइल फ़ोटो)
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पाकिस्तान के पेट्रोलियम मंत्री अली परवेज़ मलिक ने 7 से 10 अक्तूबर 2025 तक रूस में आयोजित 14वें सेंट पीटर्सबर्ग इंटरनेशनल गैस फोरम (एसपीआईजी) में भाग लिया.
उन्होंने वहां पाकिस्तान की ऊर्जा नीतियों में सुधार और देश में निवेशकों के हितों के मुताबिक़ चल रही नीतियों का ज़िक्र किया था.
द एक्स्प्रेस ट्रिब्यून की 14 अक्तूबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ मलिक ने कहा कि पाकिस्तान ऊर्जा क्षेत्र में विविधता और पारदर्शिता को बढ़ावा दे रहा है ताकि अंतरराष्ट्रीय निवेशकों को आकर्षित किया जा सके और लंबे समय के लिए स्थिरता सुनिश्चित की जा सके.
रूस में मलिक ने ‘गैज़प्रोम’ के चेयरमैन अलेक्सी मिलर से विस्तृत बातचीत की.
दोनों पक्षों ने पाकिस्तान की ऑयल एंड गैस डेवलपमेंट कंपनी लिमिटेड (ओजीडीसीएल) और गैज़प्रोम के बीच तेल की खोज, संयुक्त उपक्रमों और बुनियादी ढांचे के विकास में सहयोग बढ़ाने पर सहमति जताई.
मलिक ने रुसजियो और नेद्रा डिजिटल के अधिकारियों से भी मुलाक़ात की और टेक्नोलॉजी ट्रांसफ़र के साथ ही खनन क्षेत्र में निवेश के अवसरों पर चर्चा की.
उन्होंने वैश्विक निवेशकों को पाकिस्तान में होने वाले मिनरल्स इन्वेस्टमेंट फोरम में शामिल होने का निमंत्रण दिया.
पुतिन और शरीफ़ के बीच बातचीत में उठा था मुद्दा
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इमेज कैप्शन, पाकिस्तान के कराची पोर्ट पर रूस से कच्चा तेल लेकर पहुंचा जहाज (फ़ाइल फ़ोटो)
मलिक की यह यात्रा 2 सितंबर को बीजिंग में प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बैठक के बाद हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने ऊर्जा, व्यापार और क्षेत्रीय संपर्क के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की प्रतिबद्धता दोहराई थी.
शरीफ़ ने पुतिन से मुलाक़ात में कहा था कि पाकिस्तान रूस के भारत से संबंधों का सम्मान करता है, लेकिन पाकिस्तान रूस के साथ व्यापार, ऊर्जा और कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ‘मजबूत’ रिश्ते चाहता है.
पुतिन ने पाकिस्तान को “पारंपरिक साझेदार” बताया और कहा कि दोनों देश द्विपक्षीय संबंधों को और आगे बढ़ाने पर सहमत हैं. उन्होंने शरीफ़ को नवंबर में रूस आने का निमंत्रण भी दिया, जिसे उन्होंने स्वीकार किया.
इस बीच, रूस के दक्षिणी सैन्य जिले में ‘फ्रेंडशिप-2025’ नामक संयुक्त अभ्यास हुआ, जिसमें दोनों देशों के क़रीब 200 सैनिकों ने आतंकवाद-विरोधी अभियानों का अभ्यास किया.
पाकिस्तान और रूस की क़रीबी पर कांग्रेस के सवाल
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इमेज कैप्शन, कांग्रेस पार्टी ने रूस और पाकिस्तान की क़रीबी को केंद्र सरकार की नाकामी से जोड़ा
पाकिस्तान की रूस से बढ़ती नज़दीकियां ऐसे समय में दिखीं, जब भारत में ऐसे दावों से जुड़ी ख़बरों की चर्चा हुई कि रूस पाकिस्तान को जेएफ़-17 लड़ाकू विमान के इंजन दे रहा है.
इस ख़बर के बाद भारत में विपक्षी कांग्रेस और सत्ता पर मौजूद बीजेपी के बीच विवाद देखने को मिला.
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने 4 अक्तूबर को मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि भारत का “कभी सबसे भरोसेमंद रणनीतिक सहयोगी” रूस पाकिस्तान को चीन में बने जेएफ़-17 जेट के इंजन देकर “सैन्य समर्थन” क्यों दे रहा है.
भारतीय जनता पार्टी ने इन दावों को “लापरवाही भरी सूचना से जुड़ा विवाद” बताते हुए खारिज किया.
इस बीच अंग्रेज़ी अख़बार हिंदुस्तान टाइम्स की 6 अक्तूबर की रिपोर्ट के मुताबिक़, भारत का रक्षा मंत्रालय पांच और एस-400 एयर डिफेंस सिस्टम के संयुक्त निर्माण या ख़रीद पर विचार कर रहा है, ताकि देश की लंबी दूरी की रक्षा क्षमता मजबूत हो सके.
यह समझौता 5 दिसंबर को पुतिन की भारत यात्रा से पहले मंजूर होने की संभावना है.
बीबीसी के लिए कलेक्टिव न्यूज़रूम की ओर से प्रकाशित