अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से भारत पर लगाए गए 50 फीसदी आयात शुल्क के बाद से ही दोनों देशों के रिश्ते लगातार ढलान पर हैं। पहले अमेरिका को हो रहे व्यापार घाटे को लेकर लगाए गए 25 फीसदी टैरिफ के बाद ट्रंप ने रूस से तेल खरीदने के लिए भारत पर 25 प्रतिशत टैरिफ जुर्माने के तौर पर लगाया था। 27 अगस्त से प्रभावी हुए इस बढ़े हुए आयात शुल्क के चलते अगले दो महीने- सितंबर-अक्तूबर में भारत का अमेरिका को निर्यात घटा था। हालांकि, अब नवंबर में जो आंकड़े सामने आए हैं, उसके मुताबिक ट्रंप के टैरिफ को धता बताते हुए भारत का अमेरिका को निर्यात पिछले साल की तुलना में 22.6 फीसदी बढ़कर करीब सात अरब डॉलर तक पहुंच गया।
ऐसे में यह जानना अहम है कि आखिर ट्रंप के टैरिफ के बावजूद भारत ने अपने निर्यात आंकड़ों को कैसे बनाए रखा है? किन सेक्टर्स ने इसमें बड़ी भूमिका निभाई? इसके अलावा क्या ट्रंप का टैरिफ के जरिए भारत से व्यापार घाटा कम करने का कदम असफल साबित हुआ है? इसकी वजहें क्या हैं? आइये जानते हैं…