एनआइए ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। आरोप है कि पन्नू ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लाल किले पर तिरंगा फहराने से रोकने के लिए 11 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। एफआइआर में यह भी कहा गया है कि उसने नए खालिस्तान का नक्शा जारी किया जिसमें पंजाब दिल्ली हिमाचल प्रदेश और हरियाणा को शामिल किया गया है।
पीटीआई, नई दिल्ली। एनआइए ने खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नू के खिलाफ नया मामला दर्ज किया है। आरोप है कि पन्नू ने स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लाल किले पर तिरंगा फहराने से रोकने के लिए 11 करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। एफआइआर में यह भी कहा गया है कि उसने नए खालिस्तान का नक्शा जारी किया, जिसमें पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और हरियाणा को शामिल किया गया है।
पन्नू प्रतिबंधित संगठन एसएफजे का सदस्य
पन्नू प्रतिबंधित संगठन सिख्स फॉर जस्टिस (एसएफजे) का सदस्य है, उस पर पंजाब को भारत से अलग कर खालिस्तान राज्य बनाने की साजिश और प्रचार का मामला दर्ज किया गया है।
गृह मंत्रालय ने एनआइए को सूचना दी थी कि 10 अगस्त को लाहौर प्रेस क्लब में एक प्रेस कांफ्रेस को पन्नू ने वाशिंगटन डीसी से वर्चुअली संबोधित किया था। इसमें उसने प्रधानमंत्री को लाल किले पर तिरंगा फहराने से रोकने के लिए किसी भी सिख सैनिक को 11 करोड़ रुपये देने की घोषणा की थी।
भारत में कई धाराओं में केस दर्ज
इस दौरान उसने दिल्ली बनेगा खालिस्तान नाम का रेफरेंडम नक्शा भी दिखाया था। एनआइए ने गृह मंत्रालय की जानकारी के आधार पर पन्नू और अन्य अज्ञात लोगों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 61(2) (आपराधिक साजिश) और यूएपीए की धाराओं में केस दर्ज किया है।
पिछले साल चर्चा में आया था पन्नू
पन्नू पिछले साल तब चर्चा में आया, जब अमेरिका ने उस पर हमले की साजिश में एक पूर्व भारतीय अधिकारी की संलिप्तता का आरोप लगाया था।
इस मामले में भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता अमेरिका की जेल में बंद है और पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव भी सह अभियुक्त है। एनआइए की यह सातवीं एफआइआर है, जो पन्नू और उसके संगठन पर दर्ज हुई है।