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गाजियाबाद की कोर्ट में क्यों भड़का बवाल? जज के साथ ऐसा क्या हुआ कि वकील Vs पुलिस हुआ मामला? समझिए पूरी बात – know what happen in ghaziabad district court clash between police and lawyers after dispute with judge full story

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Oct 30, 2024


गाजियाबाद: उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में जिला जज की कोर्ट में मंगलवार की दोपहर सुनवाई के दौरान बवाल हो गया। वकीलों और जज के बीच हुई नोकझोंक लाठीचार्ज तक पहुंच गई। पुलिस ने वकीलों को कोर्ट से खदेड़ा तो गुस्साए लोगों ने कचहरी चौकी में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इसके कुछ वीडियो भी वायरल हुए। इसमें देखा जा सकता है कि पुलिसकर्मी वकीलों पर कुर्सी फेंकते दिख रहे हैं। कोर्ट परिसर में लाठियों से वकीलों को खदेड़ा जा रहा है। लेकिन आखिर यह नौबत क्यों आई? सिलसिलेवार तरीके से समझिए पूरी बात।आरोप है कि इस लाठीचार्ज में 10 से ज्यादा वकीलों को चोट आई है। वहीं, एक पुलिसकर्मी भी इसमें घायल हुआ है। दरअसल, मंगलवार की दोपहर कोर्ट में एक मामले की सुनवाई हो रही थी। आरोपियों की जमानत पर बहस को लेकर जिला जज और अधिवक्ता भिड़ गए। विवाद बढ़ता देख जिला जज अपने कक्ष में चले गए।
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वहीं, वकील जिला जज की कोर्ट में ही जमे रहे। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन नहीं माने। इसके बाद पुलिस और वकीलों में बहस हुई। पुलिस ने बल का प्रयोग कर वकीलों को दौड़ा दिया। इससे गुस्साए लोगों ने कचहरी चौकी में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। सीसीटीवी फुटेज तक उखाड़कर फेंक दिए।

नहीं हटे वकील, इसलिए हुआ लाठीचार्ज
दरअसल, कोर्ट में मंगलवार को जिला जज अनिल कुमार जमीन के विवाद के एक मामले की सुनवाई कर रहे थे। आरोपियों की जमानत पर बहस हो रही थी। वादी पक्ष की ओर से कोर्ट में मौजूद अधिवक्ता नाहर सिंह यादव का कहना है कि मामले की जल्दी सुनवाई के लिए जिला जज से अनुरोध किया गया था, जिससे वह नाराज हो गए। इसके बाद दोनों में नोकझोंक हुई।

इस मामले में विवाद बढ़ता देखकर जज अपने कक्ष में चले गए, लेकिन वकील उनकी कोर्ट में मौजूद रहे। मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्हें समझाकर बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन वकील नहीं हटे। नाहर सिंह यादव के मुताबिक, पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज कर उन्हें दौड़ा कर पीटा। वकीलों पर कुर्सी फेंकी गईं, जिसमें कई घायल हुए।

क्यों हुआ विवाद, ऐसे समझें?
नाराज वकीलों ने बार सभागार में इसके बाद एक बैठक की। बैठक में नाहर सिंह यादव ने 4 नवंबर से कोर्ट परिसर में अनिश्चितकालीन धरने की घोषणा की है। वकीलों का कहना है कि जिला जज की शिकायत हाईकोर्ट से की है।

लाठीचार्ज में घायल अधिवक्ता अभिषेक यादव का कहना है कि धोखाधड़ी के मुकदमे में जिला जज अनिल कुमार के यहां सुनवाई थी। डासना में एमएलसी की जमीन घेरकर सौदा करने का मामला है। आरोपियों ने जमीन का सौदा कर 80 लाख रुपये ले लिए। इस मामले में उनकी जमानत पर जिला जज के यहां सुनवाई थी। उसी दौरान बहस हो गई।

कोर्ट परिसर में जो हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह की घटना कभी नहीं हुई। अधिवक्ता साथियों से बातचीत कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।

दीपक शर्मा, बार असोसिएशन अध्यक्ष

कचहरी पुलिस चौकी में तोड़फोड़
लाठीचार्ज के बाद कचहरी पुलिस चौकी में कुछ लोगों ने तोड़फोड़ कर दी। मौके से पुलिसकर्मी भी भाग खड़े हुए। डीवीआर में तोड़फोड़ के साथ ही मेटल डिटेक्टर भी तोड़ दिया गया। घटना के बाद कई वकील चैंबर बंद कर चले गए। कचहरी परिसर में भारी पुलिस बल तैनात है।

जज के ट्रांसफर की मांग, हाईकोर्ट से शिकायत
वकीलों और जिला जज के बीच हुए विवाद के मामले में अधिवक्ता नाहर सिंह यादव ने हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश को शिकायती पत्र भेजकर जिला जज के कोर्ट रूम की सीसीटीवी फुटेज सुरक्षित करने प्रशासनिक जज से जांच करने की मांग की है। साथ ही जिला जज अनिल कुमार का ट्रांसफर किए जाने की भी मांग की है।

2018 में भी हुआ था एसपी सिटी के साथ विवाद वर्ष 2018 में वकीलों और एसपी सिटी के बीच विवाद हो गया था, जिसे लेकर पुलिस ने वकीलों के साथ मारपीट की थी। मारपीट के विरोध में वकीलों ने करीब 20 दिन हड़ताल रखी थी। 2018 में एसपी सिटी आकाश तोमर कचहरी परिसर आए थे। वकीलों ने उनके साथ बदसलूकी की थी। इसके बाद पुलिस ने वकीलों पर लाठीचार्ज किया था। वकीलों ने पुलिस पर पथराव किया।

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