दक्षिण कोरिया में महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक-योल को पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है.
गिरफ्तारी के बाद राष्ट्रपति ने एक वीडियो संदेश जारी कर कहा है कि उनके विरुद्ध जांच अवैध है.
यून सुक-योल ने पिछले साल तीन दिसंबर को मार्शल लॉ लगाने का एलान किया था, लेकिन विरोध होने पर उन्होंने इसको कुछ घंटों बाद वापस ले लिया.
स्थानीय मीडिया ने बताया कि राष्ट्रपति के घर से गाड़ियों का एक काफ़िला निकल चुका है.
दक्षिण कोरिया की जांच एजेंसी सीआईओ ने कहा कि जांचकर्ताओं ने सुबह 7:23 पर “यून के ख़िलाफ़ गिरफ्तारी वारंट” को लागू किया.
वीडियो संदेश जारी किया
एक वीडियो बयान में, गिरफ्तार किए गए राष्ट्रपति यून सुक-योल ने कहा कि वह भ्रष्टाचार जांच कार्यालय के समक्ष पेश होने के लिए सहमत हो गए हैं.
अपने संदेश में उन्होंने कहा, “मैंने सीआईओ के समक्ष पेश होने का फ़ैसला किया, भले ही यह एक अवैध जांच है. मैंने ये फ़ैसला इसलिए किया ताकि कोई ख़ून-ख़राबा न हो.”
उन्होंने कहा, “हालांकि, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं इस जांच को सही मानता हूँ.”
तीन मिनट के एक छोटे वीडियो संदेश में यून ने कहा, “न तो जांच एजेंसी और न ही उन्हें गिरफ्तारी वारंट जारी करने वाली अदालतों के पास ऐसा करने का अधिकार है.”