જ્યાં આશીર્વાદ રાષ્ટ્રનાયકના શુભહસ્તે મળે,
ત્યાં જીવનયાત્રા માત્ર વ્યક્તિગત આનંદ નહીં;
પરંતુ રાષ્ટ્રસેવાના સંકલ્પથી તેજસ્વી બને છે…
અમારા આમંત્રણને સ્વીકારી, સુપુત્રના લગ્નના સત્કાર સમારંભમાં પધારીને નવદંપતીને આશીર્વચન રૂપે કૃતાર્થ કર્યા છે. ભારતનું ગૌરવ, 1/3 pic.twitter.com/EGyWnTQuPw
— Balvantsinh Rajput (@Balwantsinh99) May 26, 2025
बलवंत सिंह राजपूत ने जताई खुशी
पीएम मोदी के अतिव्यस्त गुजरात दौरे में समय निकालपुर बेटे की शादी में पहुंचने पर बलवंत सिंह राजपूत ने भावनात्मक पोस्ट की। इसमें उन्होंने लिखा कि जहां राष्ट्राध्यक्ष के शुभ हाथों से आशीर्वाद प्राप्त होता है, वहां जीवन की यात्रा न केवल व्यक्तिगत आनंदमय होती है, बल्कि राष्ट्र सेवा के संकल्प से उज्जवल हो जाती है। हमारे निमंत्रण को स्वीकार करते हुए पीएम मोदी ने बेटे के विवाह समारोह में आकर और नवदंपत्ति को आशीर्वाद देकर अपना कर्तव्य पूरा किया है। भारत के गौरव गुजरात के सपूत और दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी साहब का अपार प्रेम और अविस्मरणीय स्नेह नवदंपत्तियों को उनके भावी जीवन के लिए प्रेरणा देगा। पीएम साहब की प्रेरक उपस्थिति ने नवदंपत्तियों के जीवन में राष्ट्र सेवा के संकल्प को और अधिक मजबूत किया है। मैं प्रधानमंत्री जी के परिवार की ओर से उनका हृदय से आभार व्यक्त करता हूं। प्रधानमंत्री जी की यह प्रेरक उपस्थिति के क्षण हमारे लिए जीवन भर सदैव यादगार क्षण बने रहेंगे।

पीएम के साथ बलवंत सिंह राजपूत (फाइल फोटो), नीचे नव विवाहित जोड़े को शुभकामनाएं देते नरेंद्र मोदी।
गुजरात के सबसे अमीर विधायक
बलवंत सिंह राजपूत गुजरात के सबसे अमीर विधायक हैं। उन्होंने 2022 के चुनावों में 447 करोड़ रुपये की संपत्ति घोषित की थी। इसमें 266 करोड़ रुपये से ज्यादा की चल और 102 करोड़ रुपये से ज्यादा की अचल संपत्ति शामिल थी। वह बीजेपी में आने से पहले कांग्रेस में थे। बलवंत सिंह ने भोपाल से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। बलवंत सिंह राजपूत के साथ गुजरात सरकार में कैबिनेट मंत्री का ओहदा है। उनके पास इंडस्ट्री, सिविल एवीएशन, रुरल डेवलपमेंट, श्रम और राेजगार विभाग हैं। वह 2017 में राज्यसभा चुनावों के बाद बीजेपी में शामिल हुए थे। बलवंत सिंह राजपूत विधायक और मंत्री होने के बाद भी गुजरात सरकार से एक रुपया नहीं लेते हैं। वह समाज सेवा में करोड़ों रुपये खर्च करते हैं। इसमें उनके चैरिटेबल अस्पताल, स्कूल, कॉलेज, यूनीवर्सिटी, टिफिन सेना और अंतिम धाम जैसे प्रकल्प शामिल हैं। बलवंत सिंह राजपूत की शुरुआत में पान की दुकान थी।
2012 में बने थे विधायक
बलवंत सिंह राजपूत 2012 के चुनाव में सिद्धपुर सीट (Sidhpur Assembly Seat) से कांग्रेस के टिकट पर जीते थे। तब उन्होंने बीजेपी के कद्दावर नेता और पीएम मोदी के करीबी रहे डॉ. जय नारायण व्यास को शिकस्त दी थी, हालांकि अगले चुनाव में कांग्रेस के उम्मीदवार चंदनजी ठाकरे ने बलवंत सिंह राजपूत को हरा दिया था। 2022 के चुनाव में बलवंत सिंह फिर से जीते थे। बलवंत सिंह राजपूत कई सामाजिक संस्थाओं के ट्रस्टी हैं। उनकी कंपनियों का नाम गोकुल के नाम पर पंजीकृत हैं। जब बलवंत सिंह राजपूत विधायक और मंत्री बने थे तब उन्होंने सरकारी वेतन लेने से मना कर दिया था। बलवंत सिंह राजपूत जीआईडीसी के चेयरमैन भी हैं।