अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो अल सल्वाडोर पहुंचे हैं.
रूबियो वहां उस समझौते पर बात कर सकते हैं कि जिसके तहत अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे अल सल्वाडोर के हजारों नागरिकों की वतन वापसी हो सकती है.
अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नईब बुकेले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के मुखर समर्थक रहे हैं.
बुकेले अगर अमेरिका में अवैध तौर पर रह रहे अल सल्वाडोर के नागरिकों को वापस लेने के लिए राजी हो जाते हैं तो ये ट्रंप की आप्रवासी विरोधी नीति की बड़ी जीत होगी.
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक अल सल्वाडोर ने अपने उन लोगों को भी वापस लेने में सहमति जताई है जो अमेरिका में अपराध की वजह से जेलों में है.
अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नयिब बुकेले ने रूबियो के समक्ष से पेशकश रखी है.
रुबियो ने इस बारे कहा, “किसी देश ने आजतक दोस्ती का ऐसी मिसाल नहीं रखी है. हम बहुत शुक्रगुज़ार हैं. मैंने राष्ट्रपति ट्रंप से भी इस बारे में बात की है.”
ग़ैरक़ानूनी तौर पर काम करने वाले
मौजूदा नीति के मुताबिक़ प्रवासी और राजनीतिक शरण मांगने वाले लोग अपने आवेदन की प्रोसेसिंग पूरी होने तक अमेरिका में रह सकते हैं. इस प्रक्रिया में कई महीने लग जाते हैं.
अमेरिकी सरकार का कहना है कि इस बीच वो लोग अमेरिका में गैरक़ानूनी तौर पर काम करने लगते हैं. वो ये भी नहीं देखते कि उनके आवेदन की प्रोसेसिंग की क्या स्थिति है.
अगर दोनों देश में सहमति बन जाती है तो अल सल्वाडोर के हजारों नागरिकों को वापस लौटना पड़ सकता है.
अल सल्वाडोर के राष्ट्रपति नईब बुकेले ने कहा है कि वो अपने देश के नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार हैं. इनमें वेनेजुएला के ट्रेन डी आरागुआ गैंग के ख़तरनाक अपराधी भी शामिल हैं.