उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कथित तौर पर पुलिस हिरासत में एक
दलित युवक की मौत के मामले में चार पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई
है.
मृतक अमन गौतम को शुक्रवार को पुलिस ने एक जुआ घर में छापेमारी
के दौरान गिरफ़्तार किया था.
समाचार
न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, मृतक के परिवार ने आरोप लगाया है कि अमन की मौत पुलिस की
कस्टडी में सख़्त पिटाई के कारण हुई है.
इस
घटना से नाराज़ मृतक के परिजन और अन्य लोगों ने प्रदर्शन किया था, और ज़िम्मेदार अधिकारियों के
ख़िलाफ़ कार्रवाई नहीं किए जाने तक अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया था.
अब इस
मामले में चार पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज की गई है.
विकास
नगर पुलिस स्टेशन इंचार्ज विपिन सिंह ने बताया कि मृतक अमन की पत्नी रोशनी गौतम की
शिकायत पर हेड कॉन्स्टेबल शैलेंद्र सिंह, और तीन अन्य पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया गया
है.
स्टेशन
इंचार्ज़ सिंह ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ़ भारतीय न्याय संहिता की
धारा 105 (ग़ैर
इरादतन हत्या, जो हत्या की श्रेणी में नहीं
आती) और एससी/एसटी एक्ट के तहत एफ़आईआर दर्ज की गई है.