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छत्तीसगढ़
के कोंडागांव जिले में पुलिस ने एक मुठभेड़ में दो माओवादियों के मारे जाने का
दावा किया है.
पुलिस ने कहा है कि मौक़े से भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए
हैं. इलाके में सर्चिंग अभियान जारी है.
पिछले
ही साल दिसंबर में राज्य सरकार ने बस्तर के कोंडागांव ज़िले को पूरी तरह से माओवाद
मुक्त जिला घोषित किया था.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने केंद्रीय
गृहमंत्री अमित शाह से मिल कर उन्हें भी यह जानकारी दी थी.
मुठभेड़
की ताज़ा घटना को लेकर बस्तर के आईजी पुलिस सुंदरराज पी ने कहा, “कोंडागांव और
नारायणपुर ज़िले की सीमा पर किलम-बरगुम के जंगलों में माओवादियों की उपस्थिति की
सूचना पर कोंडागांव डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड और बस्तर फाइटर की टीम मंगलवार को
रवाना हुई थी. जहां शाम से संदिग्ध माओवादियों के साथ मुठभेड़ शुरू हुई.”
पुलिस
के अनुसार मुठभेड़ स्थल से अभी तक दो माओवादियों के शव बरामद किए गए हैं. इनमें
एक की पहचान आठ लाख रुपये के इनामी पूर्वी बस्तर के
माओवादी कमांडर हलदर के तौर पर की गई है.
इसी तरह मारे गए दूसरे माओवादी की पहचान
रामे के तौर पर की गई है. पुलिस के मुताबिक़ रामे पर पांच लाख
रुपये का इनाम था.
पुलिस
का कहना है कि मुठभेड़ स्थल से अभी तक एक एके-47 समेत
अन्य हथियार, विस्फोटक एवं दूसरी सामग्री बरामद की गई
है.
छत्तीसगढ़ में पिछले 14 महीने से माओवादियों के
ख़िलाफ़ सघन ऑपरेशन चलाया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में माओवादी मारे गए हैं.
केंद्र सरकार ने छत्तीसगढ़ और देश से 31 मार्च 2026 तक माओवादियों को पूरी तरह से खत्म करने का लक्ष्य
रखा है.