चीन के प्रति ट्रंप का रुख भारत के लिए अच्छा
थरूर ने कहा कि सच कहूं तो इस नतीजे से कोई बड़ा आश्चर्य नहीं होना चाहिए क्योंकि ट्रंप कुछ समय से खुली किताब हैं। वह चार साल तक राष्ट्रपति रहे, इसलिए हमारे पास उनसे सामंजस्य बनाने का अनुभव है। वह विभिन्न मुद्दों पर काफी मुखर रहे हैं। शशि थरूर ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति के पद पर डोनाल्ड ट्रंप की वापसी के साथ भारत-अमेरिका संबंधों में बुनियादी निरंतरता बनी रहेगी।
सच्चाई यह है कि हमें राष्ट्रपति के रूप में श्री ट्रंप का चार साल का अनुभव पहले ही हो चुका है, इसलिए बहुत अधिक आश्चर्य नहीं होना चाहिए। हम जानते हैं कि वे बहुत ही लेन-देन वाले नेता हैं…वे व्यापार के मामले में बहुत सख्त हैं…वे मोदी और भारत सरकार के साथ बहुत दोस्ताना रहे हैं।
शशि थरूर, कांग्रेस सांसद
कनाडा पर क्या होगा ट्रंप का रुख?
उन्होंने साथ ही कहा कि ट्रंप का चीन के प्रति सख्त होना भारत के लिए अच्छा है। विदेश मामलों संबंधी संसद की स्थायी समिति के अध्यक्ष और पूर्व विदेश राज्य मंत्री थरूर ने ट्रंप के सत्ता में आने के नजरिये से इमिग्रेशन और व्यापार को लेकर चिंता भी व्यक्त की। थरूर ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा की स्थिति पर कोई विशेष दृष्टिकोण व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से, मुझे आश्चर्य होगा अगर वे इस तरह की चिंता रखते हैं।थरूर ने कहा कि हमें कनाडा के रिश्ते के बारे में चिंता है और शायद हम नए ट्रंप प्रशासन से इस बारे में बात कर सकते हैं कि हम सीमा पार इन खालिस्तानियों से क्यों नाखुश हैं। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि ट्रंप उस विशेष मुद्दे में व्यक्तिगत रूप से बहुत ज़्यादा दिलचस्पी लेंगे। हमें देखना होगा। ये सब अटकलें हैं।
डेमोक्रेट उम्मीदवार हैरिस को दी मात
अमेरिका के 2017 से 2021 तक राष्ट्रपति रहे डोनाल्ड ट्रंप ने बुधवार को दूसरी बार राष्ट्रपति चुनाव में जीत हासिल की। इसे अमेरिकी इतिहास में किसी नेता की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी कहा जा रहा है। ट्रंप ने कड़े चुनावी मुकाबले में अपनी डेमोक्रेटिक प्रतिद्वंद्वी कमला हैरिस को पराजित किया।